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दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अब पढ़ाई जाएगी देशभक्ति, केजरीवाल ने नए सिलेबस को दिखाई हरी झंडी

केजरीवाल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आज देशभक्ति पाठ्यक्रम को हरी झंडी देते हुए कहा कि पिछले 70 सालों में सारे विषय पढ़ाए, लेकिन देशभक्ति नहीं पढ़ाई गई.

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सीएम अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केजरीवाल ने नए सिलेबस को दिखाई हरी झंडी
  • '70 सालों में सब पढ़ाया, लेकिन देशभक्ति नहीं'

दिल्ली में सरकारी स्कूलों के बच्चे अब देशभक्ति से ओत-प्रोत होंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आज देशभक्ति पाठ्यक्रम को हरी झंडी देते हुए कहा कि पिछले 70 सालों में सारे विषय पढ़ाए, लेकिन देशभक्ति नहीं पढ़ाई गई.

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अब दिल्ली के स्कूलों में देशभक्ति की पढ़ाई होगी. भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अब हम हर दिन आजादी की भावना का जश्न मनाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस का जश्न अब प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि वास्तविक होगा. 

इससे पहले, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में शिक्षा निदेशालय व एससीईआरटी के वरिष्ठ अधिकारियों और शिक्षकों की टीम ने आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की और सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम के कार्यांवयन पर चर्चा की.

केजरीवाल बोले- लगातार करते रहेंगे सुधार

इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो साल पहले जब हमने शुरुआत की थी, तो तब पता नहीं था यह कैसा होगा और कैसे होगा? यह डायनेमिक और रिवॉल्विंग प्रक्रिया है. हमने काफी सीखा है और समय के साथ आगे भी सीखेंगे और लगातार इसमें सुधार करते रहेंगे.

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इसी के साथ यह भी लगातार देखना है कि बच्चों के अंदर कितनी तेजी हम कर पा रहे हैं, उसको निष्पक्ष रूप से मूल्यांकन करना भी महत्वपूर्ण है. इसलिए हमें मूल्यांकन पर भी ध्यान देना होगा. एक प्रक्रिया के तहत इसका ध्यान रखना होगा कि निष्पक्ष रूप से मूल्यांकन हो. 

सीएम ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी लोगों ने बहुत ही शानदार काम किया है. पिछले 70 साल में हम लोगों ने केमिट्री पढ़ाई, मैथ पढ़ाई और फिजिक्स भी पढ़ाई, लेकिन देशभक्ति नहीं पढ़ाई, लेकिन अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति की पढ़ाई होगी.

देशभक्ति करिकुलम फ्रेमवर्क मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा साझा किए गए तीन प्राथमिक लक्ष्यों पर आधारित है. मुख्यमंत्री ने 2019 में 73वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर इस करिकुलम के विज़न को साझा किया था. यह तीन लक्ष्य हैं-

1- छात्रों में अपने देश के प्रति गर्व की भावना पैदा करना.
2- देश के प्रति जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता पैदा करना.
3- देश के लिए बलिदान देने की प्रतिबद्धता.

देशभक्ति करिकुलम कमिटी ने पिछले दो सालों में टीचर्स, स्टूडेंट्स, पैरेंट्स, एजुकेटर्स, सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशंस के साथ विस्तृत चर्चा और परामर्श के बाद करिकुलम की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसे 6 अगस्त 2021 को एससीईआरटी की गवर्निंग काउंसिल द्वारा मंजूरी दी गई.

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एससीईआरटी दिल्ली के निदेशक ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देशभक्ति करिकुलम फ्रेमवर्क की एक प्रति भेंट की. इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, शिक्षा सचिव, शिक्षा निदेशक, शिक्षा सलाहकार सहित दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षक मौजूद रहे, जिन्हें देशभक्ति करिकुलम को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. टीम ने मुख्यमंत्री के समक्ष देशभक्ति पाठ्यक्रम ढांचे की मुख्य विशेषताओं को प्रस्तुत किया और इसके कार्यान्वयन योजना पर चर्चा की.

 

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