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दिल्ली के नामी स्कूल की टीचरों और छात्राओं को ऑनलाइन करता था परेशान, IIT स्टूडेंट अरेस्ट

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बिहार के पटना से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (IIT) खड़गपुर के एक छात्र को दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल की 50 से अधिक छात्राओं और टीचरों का ऑनलाइन स्टॉक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में स्कूल की छात्राओं को परेशान करता था
  • दिल्ली पुलिस ने पटना से युवक को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बिहार के पटना से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, (IIT) खड़गपुर के एक छात्र को दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल की 50 से अधिक छात्राओं और टीचरों का ऑनलाइन स्टॉक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि आरोपी नाबालिग लड़कियों से संपर्क करने और उन्हें परेशान करने के लिए वर्चुअल नंबरों के साथ फर्जी कॉल करने के लिए हाई-टेक ऐप का इस्तेमाल कर रहा था.

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इस सिलसिले में इस साल 6 अगस्त को दिल्ली के पीएस सिविल लाइंस थाने में एक शिकायत करवाई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक ऑनलाइन स्टॉकर स्कूल की नाबालिग लड़कियों को स्टॉक  कर रहा है और वॉट्सऐप मैसेजेस भेज परेशान कर रहा है.

दिल्ली पुलिस ने बताया कि उसने अपनी महिला परिचितों से संपर्क करने के लिए नाबालिग लड़कियों के फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाए. इसके अलावा, उसने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनकी मॉर्फ्ड अश्लील तस्वीरें भी शेयर कीं. आरोपी ने पिछले तीन वर्षों से 33 वर्चुअल नंबरों का उपयोग करके 50 से अधिक लड़कियों को परेशान किया है.

बिहार के पटना का रहने वाला है महावीर

आरोपी की पहचान महावीर के नाम से हुई है, जोकि बिहार के पटना का रहने वाला है. वह आईआईटी, खड़गपुर में बीटेक का स्टूडेंट है. पुलिस ने बताया कि साइबर सेल और सिविल लाइन पुलिस थाने की टीम ने महावीर को उसके पटना स्थिति घर से पकड़ा.

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महावीर सबसे पहले स्कूल की एक स्टूडेंट के साथ संपर्क में आया था और फिर इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए से अन्य से संपर्क करना शुरू कर दिया. आरोपी को ऐप्स के इस्तेमाल की काफी बेहतर जानकारी है. आरोपी ने फर्जी कॉलर आईडी और वर्चुअल नंबर के जरिए वॉट्सऐप पर स्कूल की लड़कियों और शिक्षकों से संपर्क करने के लिए ऐप का इस्तेमाल किया.

आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए और पीड़ितों से संपर्क करने के लिए वॉयस चेंजिंग ऐप का भी इस्तेमाल किया. उसने पीड़ितों की मॉर्फ्ड आपत्तिजनक फोटो बनाने के लिए ऐप का इस्तेमाल किया और उन्हें पीड़ितों के नाम से बनाए गए फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर अपलोड कर दिया. आरोपी महावीर के मोबाइल फोन में कई अश्लील वीडियोज और तस्वीरें भी मिली हैं.

 

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