सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक युवक हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाता दिख रहा है. ये वीडियो लालकिले के सामने चांदनी चौक वाली रोड का बताया जा रहा है. दिल्ली पुलिस ने सुमोटो लेटे हुए कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है. दिल्ली के कोतवाली पुलिस स्टेशन में IPC 153 के तहत FIR दर्ज की गई है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.
हाल ही में लिखे दिखे थे भारत विरोधी नारे
बता दें कि हाल ही में जी-20 सम्मेलन से पहले दिल्ली में आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने भारत विरोधी एक्टिविटी को अंजाम दिया. खालिस्तान समर्थकों ने दिल्ली के 8 मेट्रों स्टेशनों को निशाना बनाते हुए उनकी दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिख दिए.
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से जुड़े लोगों ने मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के साथ-साथ पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है (Punjab Is Not India) और दिल्ली भारत का हिस्सा नहीं है. खालिस्तान समर्थकों ने शिवाजी पार्क, मादीपुर; पश्चिम विहार; उद्योग नगर; महाराजा सूरजमल स्टेडियम, गवर्नमेंट सर्वोदय बाल विद्यालय नांगलोई, पंजाबी बाग और नांगलोई मेट्रो स्टेशन पर यह नारे लिखे.
हालांकि, मेट्रो पुलिस ने बाद में सभी जगहों से पुलिस भेजकर नारे मिटावा दिए. मेट्रो पुलिस का कहना है कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. DCP मेट्रो के मुताबिक इस मामले में अब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल भी एक्टिव हो गई है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. घटना के बाद सिख फॉर जस्टिस के भगोड़े आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें कई मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर नारे लिखे नजर आ रहे हैं.
क्या है सिख फॉर जस्टिस संगठन?
अमेरिका में बने सिख फॉर जस्टिस की शुरुआत साल 2007 में हुई थी. इस संगठन का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है. अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ले चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू SFJ का चेहरा है, जो लगातार सुर्खियों में बना रहता है. गणतंत्र दिवस से पहले गुरपतवंत सिंह ने ही हिंसा को लेकर धमकी दी थी. सिख फॉर जस्टिस संगठन ने ही पिछले साल रेफरेंडम 2020 का आयोजन करने की कोशिश की थी, जिसमें दुनियाभर में सिखों से शामिल होने को कहा गया और खालिस्तान बनाने के कैंपेन को बढ़ावा देने की कोशिश की गई.