दिल्ली के श्यामलाल कॉलेज में छात्राओं को प्रोजेक्टर के जरिए 'दिल्ली आजतक' के एक प्रोग्राम 'ऑपरेशन आजादी' को दिखाया जा रहा है. दरअसल, हाल ही में दिल्ली आजतक ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर एक विशेष कार्यक्रम चलाया था, जिसका मकसद महिलाओं और युवतियों को उन पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था.
अब इस प्रोग्राम को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली पुलिस ने अपनी मुहिम 'ऑपरेशन सखी' में शामिल कर लिया है. ऑपरेशन सखी का मकसद घर की चारदीवारी के अंदर बच्चियों के साथ हो रहे जुर्म को खत्म करना.
'ऑपरेशन आजादी' से पुलिस को मिली मदद
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी वीनू बंसल ने कहा कि ऑपरेशन सखी के जारिए दिल्ली पुलिस बच्चों को जागरुक कर रही है ताकि उनके साथ होने वाले अपराधों को वो पुलिस से शेयर कर सकें. इसके लिए बाकायदा दिल्ली के सभी स्कूलों और कॉलेजों में एक शिकायत बॉक्स लगाया जा रहा है. ताकि इसमें पीड़ित अपना दर्द बयां कर सके.
...तब तक नहीं बदलेगी तस्वीर
पुलिस की मानें तो इस मुहिम का फायदा भी देखने को मिल रहा है. डीसीपी बंसल ने कहा. 'दिल्ली पुलिस के इस खास सेशन को कॉलेज की छात्राएं भी खूब पसंद कर रही हैं. ज्यादातर छात्राओं का मानना है कि जब तक लड़कियां कमरे से बाहर निकल कर अपनी आवाज नहीं उठाएंगी तब तक तस्वीर बदलनी मुश्किल है. छात्राओं ने 'दिल्ली आजतक' के प्रोग्राम की भी खूब सराहना की.