जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी के आरोप में गिरफ्तार जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने पुख्ता सबूतों के होने की बात कही है. पुलिस के मुताबिक कन्हैया को जेएनयू में 9 फरवरी को हुए विवादित आयोजन में कई लोगों ने देखा.
वीडियो रिकॉर्डिंग में भी दिखा कन्हैया
पुलिस ने बताया कि आयोजन की वीडियो रिकॉर्डिंग में 17.30 मिनट पर कन्हैया की मौजदूगी प्रदर्शन में दिख रही है. झूठी जानकारी देकर ली गई कार्यक्रम की इजाजत
रद्द होने के बाद मुख्य आयोजक उमर खालिद और अनिर्बाण ने इसे जबरन किया और इसमें देश विरोधी नारेबाजी और गतिविधियों के लिए संकल्प किया गया. इसलिए
केस में धारा 120 (बी) जोड़ा गया है.
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा- मौजूद था कन्हैया
दिल्ली पुलिस ने सबूत के तौर पर कुल 14 बयान रिकॉर्ड किए हैं. इनमें से नौ बयान सुरक्षा अधिकारियों और 5 जेएनयू छात्रों के हैं. मुख्य सुरक्षा अधिकारी नवीन यादव के
बयान के मुताबिक कन्हैया कुमार उन नेताओं में एक है, जिन्होंने विवादित आयोजन की अगुवाई की. यादव के अलावा आठ अन्य सुरक्षा अधिकारियों के भी बयान रिकॉर्ड
किए गए हैं. उन सबने कहा है कि वहां 15-20 छात्रों की मौजदूगी में देशविरोधी नारेबाजी की गई. उनके बीच कन्हैया कुमार भी मौजूद था.
छात्रों ने भी की कन्हैया की निशानदेही
जेएनयूएसयू के संयुक्त सचिव और एबीवीपी नेता सौरभ कुमार शर्मा सहित 5 छात्रों के बयान भी रिकॉर्ड किए गए. सौरभ ने बताया कि 15-20 छात्रों के उस आयोजन में
देशविरोधी नारे लगाए गए और कन्हैया भी उनमें शामिल था. बाकी चार छात्रों (अधिकतर एबीवीपी से) ने भी कहा कि उस कार्यक्रम के आयोजकों ने देशविरोधी नारेबाजी की
और जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार उनके साथ था.
सबूतों से कन्हैया ने इनकार नहीं किया
पुलिस की ओर से बताया गया है कि पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी कन्हैया के सामने इन सबूतों को रखा गया था. उसने इन सबूतों की सत्यता से
इनकार नहीं किया था.