
दिल्ली में एक महिला के फ्लैट से 16 कुत्तों का रेस्क्यू किया गया है. महिला कई सालों से इन कुत्तों को अपने फ्लैट में बंद किए हुए थी. हैरानी की बात यह है कि महिला के फ्लैट में बिजली की सप्लाई भी नहीं थी. वहीं, पूरा फ्लैट कुत्तों के मल-मूत्र के भरा हुआ था. फ्लैट के अंदर इतनी दुर्गंध थी कि उसमें एक पल भी खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था. वहीं महिला की भी हालत ठीक नहीं थी. इसके बाद सर्च वारंट जारी कराया गया और कुत्तों का रेस्क्यू किया गया.
दरअसल, दिल्ली एमसीडी को जानकारी मिली थी कि जीके-I पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले जीके-I में मौजूद आईबीएचएएस सोसायटी (IBHAS Society) के बी-ब्लॉक (B-Block) में मौजूद फ्लैट में एक महिला रहती है. 2-3 सालों से महिला ने अपने फ्लैट में 15-16 कुत्तों को बंद करके रखा हुआ था.
फ्लैट में बिजली की सप्लाई भी नहीं है. साथ ही महिला के फ्लैट के भयंकर दुर्गंध आ रही थी. जानकारी मिलने पर एमसीडी की टीम महिला के घर पहुंची थी. फ्लैट में अंदर दाखिल होने पर देखा था कि वहां पर बहुत सारे कुत्ते हैं और पूरे फ्लैट में गंदगी फैली हुई है. फ्लैट को जाने वाले सीढ़ियों पर कुत्तों का मल-मूत्र पड़ा हुआ था.
फ्लैट से आ रही थी भयंकर दुर्गंध
फ्लैट में इतनी दुर्गंध आ रही थी कि एक पल के लिए भी खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था. वहीं, फ्लैट में मौजूद कुत्तों की हालत भी ठीक नहीं थी. उन्हें ठीक से खाने को नहीं मिल रहा था. इसके कारण उनकी हालत बेहत ही खराब हो गई थी. एमसीडी की टीम ने महिला से अनुरोध किया कि कुत्तों को उनके इलाज के लिए एसपीसीए/एमसीडी टीमों को सौंप दें, लेकिन महिला राजी नहीं हुई.
महिला के खिलाफ केस दर्ज
महिला के इनकार करने पर एमसीडी की टीम ने कानूनी तरीका अपनाया और कोर्ट से फ्लैट का सर्च वारंट निकलवाया. इसके बाद जीके-1 थाना पुलिस के साथ टीम ने फ्लैट में ज्वाइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और कुत्तों को रेस्क्यू किया. महिला के खिलाफ जीके-1 थाना में आईपीसी की धारा 269 और 291 में केस दर्ज किया गया है.