scorecardresearch
 

मस्जिदों से कराई घोषणाएं, व्हॉट्सऐप ग्रुप पर भेजी फोटो... दिल्ली पुलिस ने लापता बच्चों को परिवार से ऐसे मिलाया

दिल्ली पुलिस ने ऑपरेशन मिलाप चलाकर तीन लापता बच्चों को उनकी परिवार से मिलाया. बच्चों की उम्र इतनी कम थी कि वह अपना नाम बताने के अलावा पुलिस को और कुछ नहीं बता पाए. इसके बाद पुलिस ने मुस्जिदों से घोषणाएं करवाकर, सीसीटीवी फुटेज की जांच कर और व्हॉट्सऐप ग्रुप पर उनकी फोटो सर्कुलेट कर बच्चों के परिवार की खोजबीन शुरू की और उन्हें उनके घर तक पहुंचाया.

Advertisement
X
जामा मस्जिद के नजदीक मीना बाजार गली में रहते हैं बच्चे (सांकेतिक फोटो)
जामा मस्जिद के नजदीक मीना बाजार गली में रहते हैं बच्चे (सांकेतिक फोटो)

दिल्ली में लाहौरी गेट का नया बाजार इलाका...गुरुवार को दोपहर के करीब 3 बज रहे थे... एएसआई राजीव गश्त पर थे तभी उनकी नजर तीन लापता बच्चों पर पड़ी. इनमें से एक लड़की और दो लड़के थे. वह उनके पास पहुंचे. पता चला कि उनके साथ कोई नहीं था. बच्चों ने उम्र में इतने छोटे थे कि वह उन्हें बस अपना नाम ही बता पाए.

Advertisement

इसके बाद आलाधिकारियों को बच्चों की सूचना दी गई. इसके बाद पुलिस ने ऑपरेशन मिलाप शुरू किया. बच्चों के माता-पिता का पता लगाने के लिए तुरंत एक टीम बनाई गई. वहीं पुलिस ने बच्चों को सुरक्षित अपने पास रखकर उन्हें सबसे पहले खाना खिलाया फिर बच्चों की जानकारी आस-पास के थानों को दी. 

पुलिस ने ऐसे शुरू की बच्चों के परिवार की खोजबीन

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की. इसके अलावा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स जैसे एमडब्ल्यूए, व्हॉट्सएप ग्रुप पर बच्चों की फोटो सर्कुलेट की गई. साथ ही पुलिस ने आस-पास के सभी जगहों पर जाकर भी पड़ताल शुरू की. दुकानदारों, रेहड़ी-पटरी वालों, राहगीरों से भी पूछताछ की इसके अलावा मस्जिदों से भी घोषणाएं करवाई गईं.

खोजबीन करते हुए जब पुलिस की टीम बच्चों के साथ जामा मस्जिद के पास गली मीना बाजार पहुंची तो लड़की ने अपनी झुग्गी को पहचान लिया. लापता बच्चों के माता-पिता ने बताया कि लड़की और एक लड़के की उम्र चार साल है जबकि एक लड़का 2 साल का है.

Advertisement

दो मासूमों के लिए पुलिस बनी रक्षक, पहुंचाया घर

पिछले दिनों दिल्ली के सागरपुर थाने के एसएचओ का एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें एसएचओ दो मासूम बच्चों से उनके घर का पता और उनके पिता का नाम पूछते हुए नजर आ रहे हैं. इसमें एक बच्चा सफेद टी-शर्ट में है. उसकी उम्र महज 3 साल है. दूसरे बच्चे की उम्र करीब साढ़े 4 साल है.

दोनों बच्चे न तो अपने घर का पता बता पा रहे हैं और न ही अपने पिता का नाम बता पा रहे हैं. पुलिस ने करीब 3 घंटे की मेहनत के बाद इन बच्चों के माता-पिता को ढूंढ निकाला और उन्हें घर पहुंचा दिया.

सड़क पर भटकते मिले थे दोनों बच्चे 

दरअसल, एसएचओ कृष्ण बल्लभ झा मीटिंग अटेंड करने थाने पहुंचे थे. उन्होंने वहां देखा कि थाने में दो मासूम बच्चे हैं. थाने के एक सिपाही ने उन्हें बताया कि दोनों बच्चे उन्हें सड़क पर अकेले भटकते हुए मिले हैं. इस वजह से वह दोनों को थाने ले आए हैं.

बच्चे अपने घर का पता नहीं बता पाए, तो एसएचओ कृष्ण बल्लभ झा ने अपने पूरे स्टाफ और पीसीआर को बुलाया. सभी को बच्चों के वीडियो और उनकी फोटो दी. आदेश दिया कि तुरंत बच्चों के माता-पिता का पता लगाएं.

Advertisement

पुलिस करीब दो से तीन घंटे की मेहनत के बाद बच्चों के माता-पिता तक पहुंच गई. जानकारी के मुताबिक, दोनों बच्चे पड़ोसी हैं और घर से खेलने के लिए बाहर गए थे. खेलते-खेलते घर से एक किलोमीटर दूर निकल गए और रास्ता भटक गए थे. तब इन पर पुलिस की नजर पड़ी थी.

Advertisement
Advertisement