बच्चों के साथ बढ़ रहे यौन शोषण के मामलों पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक पहल की है. इसे नाम दिया है- गुड टच, बैड टच.
पुलिस अपनी इस मुहिम से बच्चों के जहन में यह बात डाल देना चाहती है कि गुड टच और बैड टच क्या होता है.
यौन शोषण के शिकार ज्यादातर बच्चे अपने साथ हुई वारदात के बारे में बता नहीं पाते. क्योंकि वो इतने छोटे होते हैं कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि उनके साथ छेड़खानी हो रही है या उन्हें कोई प्यार कर रहा है. दिल्ली पुलिस ने यही पाठ पढ़ाने के लिए यह पहल की है.
इसके तहत स्कूली बच्चों को छोटे-छोटे नाटकों के जरिए अच्छे और बुरे लोगों के फर्क समझाने की कोशिश की जा रही है. बच्चों को यह भी समझाया जा रहा है कि कोई भी उनसे गंदी हरकत करे तो तुरंत अपने मम्मी-पापा या टीचर से शिकायत जरूर करें.
बच्चों को पुलिसकर्मियों से भी मिलवाने की भी तैयारी है, ताकि उनके दिल से पुलिस का डर निकल सके. इस योजना के तहत पुलिस दिल्ली के तमाम स्कूलों में जाकर बच्चों को अपने काम के बारे में समझाएगी.