आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान किसान गजेंद्र के सुसाइड ममाले में नया मोड़ आ गया है. दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें साफ कहा गया है कि गजेंद्र को खुदकुशी के लिए उकसाया गया था.
दिल्ली पुलिस की चिट्ठी में आम आदमी पार्टी पर भी आरोप लगाया गया है कि उसे रैली के स्थान में बदलाव करने के बाबत जानकारी दे दी गई थी. पुलिस ने चिट्ठी में लिखा है, 'रैली के दौरान मौजूद भीड़ ने गजेंद्र को खुदकुशी के लिए उकसाया. कुछ अप्रशिक्षित कार्यकर्ता पेड़ पर चढ़ें जिस कारण भी गजेंद्र ने अपना संतुलन खोया.' पुलिस का आरोप है कि भीड़ लगातार गजेंद्र को उकसाती रही और इसके लिए ताली बजाई गई, नारे लगाए गए.
एसडीएम भी सवालों के घेरे में
पुलिस ने अपनी चिट्ठी में चाणक्यपुरी के एसडीएम की कार्यशैली को भी निशाने पर लिया है. पुलिस ने लिखा है, 'एसडीएम पोस्टमार्टम की कार्रवाई में बिना वजह देर करना चाहते थे. जबकि उनके पास ऐसा करने के लिए कोई आधिकारिक चिट्ठी नहीं थी.'
गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली में जंतर-मंतर पर रैली के दौरान किसान गजेंद्र ने पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली थी, जिसके बाद से सियासी गलियारे में खूब हंगामा मचा था. प्रदेश के सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार किया कि उनकी गलती थी और उन्हें घटना के बाद अपना भाषण रोक देना चाहिए था.