दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव है, लेकिन सियासी संग्राम अभी से छिड़ गया है. आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर सरकारी स्कूलों में हो रही राजनीतिक मीटिंगों पर रोक लगाने की मांग की है.
कपिल मिश्रा इस मामले में कोर्ट भी जाने की तैयारी कर रहे हैं. कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, '21 जून से 24 जून हर माता पिता को स्कूल बुलवा कर केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाने का लिखित निर्देश दिया जा रहा है. इसे तुरंत रोकिए, ये सरकारी स्कूलों में गैरकानूनी हरकत हैं, अगर इसे नहीं रोक गया तो हमें कोर्ट जाना पड़ेगा.'
shocking politics in Schools
21 जून से 24 जून हर माता पिता को स्कूल बुलवा कर केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाने का लिखित निर्देश@LtGovDelhi @ArvindKejriwal
Advertisementइसे तुरंत रोकिए, ये सरकारी स्कूलों में गैरकानूनी हरकत हैं
अगर इसे नहीं रोक गया तो हमें कोर्ट जाना पड़ेगा pic.twitter.com/PN1GN2G3rb
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
एक अन्य ट्वीट में कपिल मिश्रा ने लिखा, ये एक टीचर ने मुझे व्हाट्सएप किया है- टीचर्स को जबर्दस्ती स्कूल बुलवाया गया है, टीचर्स फ़ोन करके पेरेंट्स को बुलाएंगे. अगले चार दिनों में हर पेरेंट्स के साथ एसएमसी मेंबर मीटिंग करेगा और केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाई जाएगी. स्कूलों में इतनी भद्दी राजनीति कभी नहीं हुई.
ये एक टीचर ने मुझे व्हाट्सएप किया हैं - टीचर्स को जबर्दस्ती स्कूल बुलवाया गया हैं, टीचर्स फ़ोन करके पेरेंट्स को बुलाएंगे
अगले चार दिनों में हर पेरेंट्स के साथ smc मेंबर मीटिंग करेगा और केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाई जाएगी
स्कूलों में इतनी भद्दी राजनीति कभी नहीं हुई pic.twitter.com/ZsDRssjJcM
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
आम आदमी पार्टी (AAP) से निष्कासित होने के बाद से ही कपिल मिश्रा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सदन में ज्यादातर उपस्थित न रहने को लेकर कपिल मिश्रा ने 11 जून को दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वीकार भी कर लिया था.
कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि विधानसभा के विशेष सत्र में एक दिन भी केजरीवाल नहीं आए हैं. कपिल ने याचिका में सदन में गैरहज़िर रहने पर मुख्यमंत्री की सैलरी काटने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सदन की पिछले एक साल की 27 बैठकों में से मुख्यमंत्री केजरीवाल सिर्फ 5 बैठकों में मौजूद रहे. अब कपिल मिश्रा ने स्कलों में राजनीतिक बैठक करने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसके लिए बकायदा कोर्ट में जाने की धमकी भी दी है.