दिल्ली के ऊपर छाए प्रदूषण पर पानी कैसे फेरा जाए या फिर पानी की बौछार से दिल्ली के आसमान पर छायी धुंध को कैसे छांटा जाए. अब इस पर मामले पर बहस तेज हो गई है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार पहले से इसकी मांग करती रही है और अब मौसम विभाग ने भी इसे आज़माने की ज़रूरत बता दी है. लेकिन केंद्र सरकार को इस पर एतराज है. अब एविएशन मामलों के जानकार भी प्रदूषण पर पानी फेरने वाली इस मुहिम के समर्थन में उतर आए हैं.
डिफेंस और एविएशन मामलों के जानकार प्रफुल्ल बख्शी ने कहा है कि दिल्ली के प्रदूषण पर पानी की बौछार डाली जानी चाहिए. बख्शी के मुताबिक अगर मौसम का मिजाज ऐसा बना है कि प्रदूषण को रोके रखने में मदद कर रहा है, तो तकनीकी का सहारा लेने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, क्योंकि अगर बात हेलिकॉप्टर से बारिश जैसा छिड़काव कराने की है, तो दुनिया में ऐसी तकनीकी मौजूद है, जो इस समस्या का समाधान करा सकती है.
बख्शी ने कहा कि हेलिकॉप्टर इस काम के लिए मुफीद नहीं है, क्योंकि इसकी अपनी सीमाएं हैं. लेकिन दुनिया में ऐसे एअरक्राफ्ट मौजूद हैं, जो इस काम को बखूबी कर सकते हैं, बाकी मुल्कों में ऐसा होता आया है. खासतौर पर जंगलों में लगने वाली आग को बुझाने के लिए, अब दिल्ली में प्रदूषण के हालात ऐसे बने हैं, तो यहां इस प्रयोग को करना चाहिए.
प्रफुल्ल बख्शी ने एयरक्राफ्ट के एक छोटे से मॉडल के साथ पूरी प्रक्रिया का डेमो भी दिखाया और बताया कि दिल्ली में यमुना के साथ ही आसपास बहुत सी वाटर बॉडी है, जहां से बौछार के लिए पानी लाया जा सकता है. स्पेशल एयरक्राफ्ट में खास तरह के नोज़ल लगे होते हैं, जो पानी की धार को बौछार में बदल देते हैं और ज्यादा एरिया कवर किया जा सकता है.
हाल ही में आसमान से एयरक्राफ्ट से बारिश कराने की बात पर खूब बहस छिड़ी है, ऐसे में अब जब प्रदूषण दिल्ली से अपना डेरा उठाने को तैयार नहीं है, तो एक बार फिर ये मामला गर्म हो गया है.