दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए बड़े स्तर पर काम चल रहा है. अगले एक साल में इसमें बहुत बड़ा चेंज देखने को मिलेगा. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अहमदाबाद में आजतक से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में प्रदूषण बहुत ज्यादा है, मैं मानता हूं. हम इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए सभी एफार्ट्स लगा रहे हैं. इस बीच केजरीवाल अपनी जेब से पर्चा निकालकर पढ़ने लगे.
अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि क्या पॉल्युशन केवल दिल्ली में है. उन्होंने दो मिनट मांगते हुए अपनी जेब से एक पर्चा निकाला और फिर उसे पढ़ते हुए कहा कि जितना पॉल्युशन दिल्ली में है, उतना ही प्रदूषण बहादुरगढ़, जींद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, चरखी दादरी, रोहतक, भिवानी, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, नोएडा, राजस्थान के भिवाड़ी, बिहार के मोतिहारी, कटिहार, सीवान, समस्तीपुर, दरभंगा में है. इसके लिए केजरीवाल जिम्मेदार नहीं है. इसके लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान भी जिम्मेदार नहीं हैं.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने आजतक कार्यक्रम में बात करते हुए कहा कि क्या हम इसका सॉल्युशन निकालना चाहते हैं या फिर केजरीवाल को गाली देना ही मकसद है. अगर केजरीवाल को गाली देने से प्रदूषण खत्म होता है तो खूब गाली दो, लेकिन केजरीवाल को गाली देने से प्रदूषण खत्म नहीं होगा. इसका समाधान निकालना होगा.
उत्तर भारत की समस्या है प्रदूषण: केजरीवाल
इस बीच अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण की समस्या उत्तर भारत की समस्या है तो इसे केंद्र सरकार सॉल्व करेगी, लेकिन केंद्र सरकार इस पर कोई बात नहीं करती है. बस मीडिया केजरीवाल को ठोकने में लग जाता है. ब्लेम गेम से काम नहीं चलेगा.
प्रदूषण के लिए किसानों को नहीं देते दोष: दिल्ली सीएम
दिल्ली सीएम ने कहा कि पंजाब में पराली जल रही है. हम किसानों को दोष नहीं देते. हम अपनी जिम्मेदारी समझते हैं. इस दौरान केजरीवाल ने जनता से एक साल का समय मांगते हुए कहा कि इतने साल से चली आ रही समस्या को खत्म करने के लिए हमें एक साल और दे दो. हम इस समस्या को खत्म कर देंगे. मैं जिम्मेदारी से भाग नहीं रहा हूं. पंजाब की पराली उत्तर भारत के कुछ इलाकों में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है. प्रदूषण को लेकर बड़े-बड़े कदम उठाने होंगे.
बड़े स्तर पर चल रहा है काम: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि बड़े स्तर पर चेंज आएगा. बड़े स्तर पर काम चल रहा है इसलिए समय लग रहा है. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने मीडिया जानबूझकर दिल्ली के प्रदूषण का मामला उठाता है, लेकिन हरियाणा और यूपी के प्रदूषण पर बात नहीं करती.