दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति इस समय बड़ी चर्चा का विषय है. यहां अरविंद केजरीवाल सरकार पर इसको लेकर बार- बार सवाल उठ रहे हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली यूनिट भी इसको लेकर आप सरकार पर लगातार हमलावर है. बीजेपी दिल्ली ने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि यह एक आपात स्थिति है! दिल्ली की हवा बेहद प्रदूषित बनी हुई है! लेकिन जब भी प्रदूषण होता है, केजरीवाल गायब हो जाते हैं.
दिल्ली की हवा की गुणवत्ता आज (रविवार), 6 नवंबर को भी बहुत खराब है. नोएडा का AQI 349 जबकि गुरुग्राम का AQI 304 दर्ज किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 339 रिकॉर्ड किया गया है, जो कि बहुत खराब कैटेगरी में आता है. मौसम विभाग के मुताबिक, हवाओं का रुख बदलने से प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार हुआ है.
'ये वक्त एक दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं'
गौरतलब है कि है हाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदूषण को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस की थी. यहां अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि एक राज्य की प्रदूषित हवा एक राज्य में नहीं रहती बल्कि हर राज्य में जाती है. उन्होंने आगे कहा था कि प्रदूषण केवल दिल्ली की समस्या नहीं बल्कि हरियाणा, यूपी और पूरे उत्तर भारत में हवा की स्थिति खराब है. ऐसे में ये वक्त एक दूसरे पर आरोप लगाने का नहीं है. केंद्र को आगे आकर कदम उठाने होंगे जिससे उत्तर भारत को इससे बचाया जाए.उन्होंने आगे कहा कि पंजाब और दिल्ली में भले हमारी सरकार है लेकिन ये वक्त एक दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है. इससे समाधान नहीं होगा.
'पराली जलाए जाने के लिए किसान नहीं बल्कि हम जिम्मेदार'
केजरीवाल ने यहां कहा था कि पंजाब में पराली जलाई जा रही है. इस पराली जलाए जाने के लिए किसान नहीं बल्कि हम जिम्मेदार हैं. हम कोई ब्लेम गेम नहीं खेलना चाहते. पराली के लिए हमें किसान को कोई समाधान देना होगा. फिलहाल किसान के पास उसे जलाने के सिवा कोई रास्ता नहीं होता. केजरीवाल ने कहा कि पराली जलाने में 22 प्रतिशत की बढोतरी हुई है, जो कि खतरनाक है. हम सुप्रीम कोर्ट से इसपर आज या कल सुनवाई का अनुरोध करते हैं.,
दिल्ली में प्रदूषण से स्थिति बदतर
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुका है. घरों से बाहर निकलते ही लोगों का सांस तक लेना दूभर हो गया है. आलम ये है कि डॉक्टरों ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को कम से कम घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है. जहरीली हवा के चलते नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आठवीं तक के स्कूलों के लिए ऑनलाइन क्लास अनिवार्य कर दी गई हैं.