प्रदुषण पर मंगलवार होने वाली सुनवाई के मद्देनजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने तमाम एजेंसियों और सरकार से कहा है कि वो दिल्ली में जगह-जगह पानी का छिड़काव कराए. एनजीटी ने कहा कि दिल्ली में ऑड-इवन फेल रहा है, लिहाजा पानी के छिड़काव होने से उम्मीद की जा सकती है कि प्रदूषण कुछ कम होगा.
एनजीटी ने कहा, 'पंजाब मे 70 फीसदी किसान फसल जला रहे हैं, उनको वो मशीन कैसे और कब तक दी जा सकती है, सरकार इसमे एक दूसरे का क्या सहयोग कर सकती है हमें बताएं. जिससे फसलों को खेत मे जलाया न जाए बल्कि सरकार मशीन के इस्तेमाल से उस फ़सल के उस हिस्से को खेत से ही निकाल सके.'
सरकार से एनजीटी ने ये भी पूछा है कि वो प्रदूषण फैलाने वाले लोगों के लिए सिविल इम्प्रिजनमेंट (सजा) देने पर भी विचार करे. साथ ही यह भी सुनिशित करें कि दिल्ली में कंस्ट्रक्शन साइट्स पर धूल न दिखे. एनजीटी ने साफ कहा कि सभी सरकारें और एजेंसियां नियमों का पालन कराने का प्रयास करें, न कि सिर्फ कागजी कारवाई. एनजीटी ने सरकार को नासा से ली गई इमेज का भी इस्तेमाल करने की सलाह दी है. मंगलवार को एनजीटी इस मामले में विस्तृत सुनवाई करने जा रहा है, जिसमें उसने 5 राज्यों के पर्यावरण सचिव को भी तलब किया है.