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दिल्ली के कई अस्पतालों ने लगाई गुहार, कुछ घंटे की ही बची है ऑक्सीजन

रविवार को प्राइमस अस्पताल ने सरकार से अपील करते हुए कहा है कि उनके पास सिर्फ तीन-चार घंटे का ऑक्सीजन बचा है. ऐसे में अगर अगले 2-3 घंटों तक अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं दिया गया तो उनके कई मरीजों की जान जा सकती है.

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प्राइमस अस्पताल
प्राइमस अस्पताल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्राइमस अस्पताल ने चिट्ठी लिखकर ऑक्सीजन आपूर्ती की मांग की
  • अस्पताल ने कहा कि उनके पास सिर्फ 3-4 घंटे का ऑक्सीजन बचा
  • प्राइमस अस्पताल में भर्ती हैं कई विदेशी राजनयिक

दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें तो प्रत्येक दिन सामने आ रही है. लेकिन रविवार को प्राइमस अस्पताल ने सरकार से अपील करते हुए कहा है कि उनके पास सिर्फ तीन-चार घंटे का ऑक्सीजन बचा है. ऐसे में अगर अगले 2-3 घंटों तक अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं दिया गया तो उनके कई मरीजों की जान जा सकती है.

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उन्होंने यह भी बताया है कि उनके अस्पताल में कई राजनयिक भी भर्ती है. इसलिए इस तरह की किसी भी हालात से बचने के लिए सरकार उन्हें जल्द से जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराए.  

वहीं जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल भी ऑक्सीजन शॉर्टेज झेल रहा है. अस्पताल ने ट्वीट कर बताया है कि हमारे पास लगभग तीन घंटे का ही ऑक्सीजन बचा है. कृपया कर SOS टॉप अप में मदद करें. हमारे पास 150 मरीज हैं जिनमें से 70 ICU में भर्ती हैं. 

इससे पहले प्राइमस अस्पताल ने खत लिखकर कहा, मैं आपकी जानकारी में यह लाना चाहता हूं कि हमारे पास सिर्फ तीन से चार घंटे का ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम बचा है. हमलोग लिंडे कंपनी से शनिवार से ही बात कर रहे हैं. रविवार को भी पूरे दिन बात करते रहे. लेकिन अब तक कोई फायदा नहीं हुआ है. हमारे यहां कई मरीज भर्ती हैं, इनमें से कई विदेशी राजनयिक भी हैं. अगर हमें अगले दो तीन घंटों में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं किया गया तो अस्पताल के कई मरीजों की जान जा सकती है.  

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इसलिए इस तरह के किसी भी प्रलयंकारी हालात से बचने के लिए मैं आपके सामने हाथ फैलाता रहा हूं कि कृपया कर हमारा ऑक्सीजन कोटा बढ़ाएं. लेकिन अब तक के सारे अनुरोध को अनसुना कर दिया गया है और इस बारे में कोई एक्शन नहीं लिया गया है. आपसे सहायता की उम्मीद करते हुए आपका आभार प्रकट करता हूं. 

बता दें, दिल्ली के आधे दर्जन अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. इनमें से श्रीकृष्णा अस्पताल, जयपुर गोल्डन अस्पताल, आकाश हेल्थकेयर अस्पताल प्रमुख हैं. 

कोरोना संकट के बीच दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत का मसला दिल्ली हाईकोर्ट (HC) पहुंच चुका है. सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि दिल्ली को ऑक्सीजन का अपना आवंटित कोटा नहीं मिल रहा है. अन्य राज्यों के विपरीत दिल्ली को वह नहीं मिल रहा है, जिसकी उसे आवश्यकता है. केंद्र ने हमें अपने यहां टैंकर मंगाने को कहा है, हमें टैंकर कहां से मिलेंगे?

उधर, तीन बड़े अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाया. जिसपर HC ने दिल्ली सरकार से अस्पतालों की आवश्यकताओं को तुरंत देखने के लिए कहा. दिल्ली के सीताराम भारतीय अस्पताल, वेंकेटेश्वर अस्पताल और इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रेन एंड स्पाइन, लाजपत नगर ने हाईकोर्ट को बताया कि उनके यहां ऑक्सीजन की किल्लत है.

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वहीं, दिल्ली सरकार की दलील और केंद्र की दलील सुनने के बाद HC ने कहा ​​है कि राजधानी को प्राप्त ऑक्सीजन आपूर्ति पर केंद्र और दिल्ली सरकार के आंकड़ों के बीच विसंगतियां हैं.

 

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