देश की राजधानी नई दिल्ली में मौसम में बदलाव देखने को मिला है. कल यानी 09 नवंबर की रात को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में झमाझम बारिश देखने को मिली जिसके चलते प्रदूषण से भी लोगों को थोड़ी राहत मिली है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI का स्तर 400 से गिरकर 100 हो गया है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली के बवाना, कंझावला, मुंडाका, जाफरपुर, नजफगढ़, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बारिश हुई.
कैसी है आपके शहर की एयर क्वॉलिटी, यहां कीजिए चेक
सर्दियों की दस्तक के बीच बारिश कैसे?
सर्दियों की दस्तक के बीच बारिश की गतिविधियों के चलते लोगों के मन में सवाल है कि अचानक सर्दियों के मौसम में यह बारिश आखिरकार कहां से आ गई? इस सवाल का जवाब है- पश्चिमी विक्षोभ. दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत में सर्दियों के मौसम में आमतौर पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बारिश होती है और यह भी एक ऐसा ही सिस्टम है.
इस सिस्टम के चलते सर्दियों में बारिश
दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ यानी पश्चिमी देशों से लाया हुआ सिस्टम हमारे देश में सर्दियों के मौसम में बारिश करवाता है जिसका असर दिल्ली के पॉल्यूशन पर देखने को मिल रहा है. यह पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टरबेंस मेडिटरेनियन इलाकों से शुरू होते हैं जहां पर भूमध्य सागर का प्रभाव है. यूक्रेन और उसके आसपास के इलाकों से हवा आद्रता लेकर आती है और हिमालय के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी करवाती है जबकि मैदानी इलाकों में हवाओं के साथ बारिश होती है.
कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, यहां जानिए अपडेट
इस साल रहेगा एल नीनो का प्रभाव
ठंडे यानी पोलर इलाकों में एक अधिक दबाव का क्षेत्र बनता है जो वहां से नमी को लेकर गर्म और कम दबाव के क्षेत्र में बदलता है. भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियों की शुरुआत आमतौर पर ऐसी ही बारिश से होती है और उत्तर भारत में तो शीतलहर के लिए भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस के जरिए की गई बारिश बड़ी वजह मानी जाती है. इस साल पूरे विश्व में एल नीनो का प्रभाव है जिसकी वजह से तापमान अधिक रहा है और एक वजह यह भी है कि इस बार पश्चिमी विक्षोभ मजबूती से भारत की तरफ नहीं आए हैं.
दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का क्या है हाल, देखें खास कवरेज
प्रदूषण के लिए भी मौसम जिम्मेदार
मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 10 नवंबर को भी दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में बारिश देखने को मिलेगी. बता दें, दिल्ली-एनसीआर में हो रही ये बारिश लगभग एक महीने के बाद पहला वेस्टर्न डिस्टरबेंस है. कम बारिश की वजह से मौसम शुष्क था और हवा की रफ्तार भी कम थी और दिल्ली में प्रदूषण की एक बड़ी वजह मौसम का यह व्यवहार भी रहा है. मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ यूं तो बारिश शुक्रवार को ही करेगा लेकिन इसकी वजह से हवाओं की रफ्तार दिन में अगले दो दिनों तक अच्छी रहेगी.