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दिल्‍ली में रेप के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन

'गुड़िया' का गुनहगार गिरफ्त में है, लेकिन दिल्लीवालों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा. प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी के घर, पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर जोरदार प्रदर्शन हुए.

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'गुड़िया' का गुनहगार गिरफ्त में है, लेकिन दिल्लीवालों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा. प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी के घर, पुलिस मुख्यालय और एम्स के बाहर जोरदार प्रदर्शन हुए, जबकि गृहमंत्री के घर के बाहर भारी सुरक्षा व्यव्स्था रही.

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गुड़िया के लिए छिड़ी इंसाफ के जंग में राजनीति का रंग भी है, आम लोगों का गुस्सा भी है. मकसद अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन मांग एक है, जब सरकार सोई हुई हो तो जनता को जागना ही पड़ता है और जब जनता प्रधानमंत्री आवास पहुंची तो अफरातफरी मच गई.

PM आवास पर प्रदर्शनकारियों ने बोला धावा
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास सात आरसीआर पर तीस से चालीस प्रदर्शनकारियों ने अचानक ही धावा बोला और चारों तरफ मच गई अफरा-तफरी. लड़कियों ने भी पुलिस से सीधा मोर्चा लिया और पुलिस के लगाए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की. लड़कियों को काबू में करने के लिए भारी संख्या में महिला पुलिस बल तैनात की गई लेकिन प्रदर्शनकारी ठोस कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.

ये दिल्ली की गुड़िया को इंसाफ दिलाने की लड़ाई है और यहां कानून बनाने की लड़ाई कानून तोड़कर की जा रही है. प्रदर्शनकारियों को ना पुलिस की धारा 144 की फिक्र है. ना जेल जाने डर, पुलिस प्रदर्शनकारियों को बसों में भरते रहे और प्रदर्शनकारी बसों से उतरकर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करते रहे.

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प्रधानमंत्री आवास पर जुटी भीड़ में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी हैं, दूसरी पार्टियों और संगठनों से जुड़े छात्र-छात्राएं भी हैं, जो सरकार का नाकामी का खुलकर विरोध कर रहे हैं.

इस गुस्से में राजनीति का रंग भी है तो इंसाफ की आवाज भी. जो सरकार की सुस्ती और सोई पुलिस को जगाने के लिए आक्रोश का इजहार कर रही है, बदलाव की मांग कर रही है और महफूज रहने का हक मांग रही है.

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