Delhi Dengue Update: राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोनावायरस (Coronavirus) के रोजाना आने वाले मामलों की रफ्तार कम हुई है लेकिन पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 1,171 नए मामले सामने आए हैं, इस सप्ताह दिल्ली में डेंगू की वजह से 3 लोगों की जान जा चुकी है. इस साल अब तक दिल्ली में कुल डेंगू के मामलों की संख्या 2,708 हो गई है. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को जानकारी दी कि कुल मिलाकर 9 लोगों की मौत हो चुकी है.
दिल्ली में 2017 में अक्टूबर तक डेंगू के 2,022 मामले दर्ज किए गए थे. डेंगू के मच्छर साफ पानी और मलेरिया के गंदे पानी में पनपते हैं. वहीं वेक्टर जनित रोगों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच रिपोर्ट होते हैं . लेकिन ज्यादा बारिश होने के कारण केस दिसंबर तक भी जा सकते हैं. दिल्ली में इस साल 30 अक्टूबर तक मलेरिया के 160 मामले और चिकनगुनिया के 81 मामले सामने आए हैं.
दिल्ली में किस साल कितने मामले
2016 | 4,431 |
2017 | 4,726 |
2018 | 2,798 |
2019 | 2,036 |
2020 | 1,072 |
2015 में था डेंगू का प्रकोप
आचार्य भिक्षु अस्पताल के सीनियर डॉक्टर हृदयेश का कहना है कि मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया में तेज बुखार होता है और लोगों को COVID-19 का संदेह भी हो सकता है. 2015 में, शहर में बड़े पैमाने पर डेंगू का प्रकोप देखा गया था, अक्टूबर में ही कुल मामलों की संख्या 10,600 को पार कर गई थी, आंकड़े के लिहाज़ से देखे तो 1996 के बाद से दिल्ली में वेक्टर जनित बीमारी का सबसे खराब प्रकोप है.
ये लक्षण हैं तो चेत जाएं
डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द से होती है. इसके अलावा जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. कई बार भूख भी नहीं लगती है. वहीं 3-7 दिनों के बाद पीडि़त में गंभीर डेंगू के लक्षण आ सकते हैं. जैसे पेट में तेज दर्द, सांस का तेज होना, लगातार उल्टी, उल्टी में खून, पेशाब में खून आदि. इसके अलावा मसूड़ों और नाक से खून बहना, लिवर में दिक्कत होना, प्लेटलेट काउंट का कम होना, सुस्ती, बेचैनी. अगर ऐसा कुछ होता है तो पीडि़त को तुरंत अस्पताल जाना चाहिए.
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