राजधानी दिल्ली के बादली इलाके में बीती रात एक दर्दनाक हादसा हुआ. बादली इलाके में लिबासपुर सर्विस लाइन में नेशनल हाईवे के किनारे सर्विस लाइन में लाइट नहीं है, और एक जगह सीएनजी पंप के पास गहरा गड्डा है. हर रोज यहां से गुजरने वालों को गड्डे की जानकारी है इसलिए वे सड़क के दूसरे किनारे चलते हैं.
बीती रात दो बजे हुआ हादसा
दूसरे किनारे पर खराब ट्रक खड़ा था जिसे ट्रैफिक पुलिस ने रात में नहीं हटाया और एक बाइक ट्रक को देखकर अचानक रुकी तो पीछे से आ रहे दूसरे ट्रक ने बाइक सवार दोनों युवकों को टक्कर मार दी. जिस ट्रक ने कुचला वो मौके से फरार हो गया. बाइक पर पास के गांव के रहने वाले मोहित यादव (रेड टी शर्ट में) और जतिन पंवार (ब्लू शर्ट में) सवार थे. टक्कर इतनी तेज लगी कि मोहित यादव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि जतिन पंवार घायल था उसे अंदरुनी चोट लगी थी. वह खुद उठकर पुलिस की गाड़ी में बैठा.
दुर्घटना मुकरबा चौक के पास हुई और वहां नजदीकी अस्पताल बाबू जगजीवनराम अस्पताल जहागिरपुरी था. लेकिन पुलिस जतिन पंवार को नजदीकी अस्पताल लेकर जाने की बजाय दिल्ली के बॉर्डर पर नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंदर अस्पताल ले गई. जहां करीब पैंतालीस मिनट बाद जतिन पंवार की मौत हो गई. मोहित यादव की उम्र 24 साल तो जतिन पंवार की उम्र 23 है. मोहित यादव बी टेक का स्टूडेंट था और जतिन पंवार की जूतों की अपनी दुकान. दोनों ही युवक कुंवारें थे. दुर्घटनास्थल के करीब के दुकानदारों ने बताया कि इस गड्डे में बाइक गिरने की घटना आए दिन होती रहती है.
मोहित यादव का आज था जन्मदिन
बताया जा रहा है कि मोहित यादव का आज जन्मदिन था और घर में जन्मदिन की तैयारियां थी. लेकिन रात में ही मोहित यादव की मौत से परिजन ही नहीं बल्कि पूरा लिबासपुर गांव सदमे में है. उनका कहना है कि हादसे के जिम्मेदार सभी लोगों पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.