कोरोना वायरस (Coronavirus) के दूसरी लहर के तबाही मचाने के बाद अब मामलों में कमी आने लगी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोविड के नए मामले काफी कम आ रहे हैं, जबकि एक्टिव केसों की भी संख्या लगातार कम हो रही है. ऐसे में अब बच्चों के स्कूल खोले जाने पर चर्चा होने लगी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को इस सवाल पर जवाब दिया. केजरीवाल ने कहा कि आईडिएल सिचुएशन देखने के बाद ही हम कुछ फैसला लेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने स्कूलों के खोले जाने को लेकर कहा कि पहले कोरोना वैक्सीनेशन पर नजर रख रहे हैं और उसके बाद ही कुछ फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ''कई पैरेंट्स बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार चिंतित हैं. वहीं, जहां पर स्कूल शुरू हुए हैं, वहां के हालातों को भी हम देख रहे हैं.''
बता दें कि राजस्थान में कोरोना की वजह से बच्चों के लिए बंद चल रहे स्कूल, कॉलेजों और कोचिंग क्लासेज को दो अगस्त से खोलने का फैसला लिया गया है. गहलोत की कैबिनेट ने गुरुवार को हुई बैठक में स्कूल को खोले जाने पर सहमति जता दी. कक्षा एक से 12वीं तक के स्कूल दो अगस्त से खुलने जा रहे हैं. इसके अलावा, कई एक्सपर्ट्स भी स्कूल खोलने की बात कह चुके हैं.
वहीं, दिल्ली में कोरोना के सिर्फ 49 नए मामले सामने आए थे, जिसके बाद एक्टिव केसों की संख्या कम होकर सिर्फ 585 बची है. अब तक राजधानी में कोरोना महामारी की वजह से कुल 25,040 लोगों की जान जा चुकी है. रिकवरी रेट 98.21 फीसदी और डेथ रेट 1.74 फीसदी पर है. कोरोना की रोकथाम के लिए अन्य राज्यों की तरह ही, दिल्ली में भी कोविड वैक्सीनेशन अभियान काफी तेजी से चल रहा है.