भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद मनोज तिवारी ने ऐलान किया था कि वो अपने लोकसभा क्षेत्र के गोकुलपुर गांव में फिर से सील किए गए मकान का ताला तोड़ेंगे. ऐसे में बीजेपी सांसद मंगलवार को जब एक बार फिर गोकुलपुर गांव पहुंचे तो वहां भारी संख्या में सुबह से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था.
इलाके के डीसीपी, एडिशनल डीसीपी और 8 पुलिस थानों की फोर्स किसी भी आशंका के चलते वहां तैनात कर दी गई थी. करीब घंटेभर चली मशक्कत और बहस के बावजूद भी पुलिस की टीम ने सांसद मनोज तिवारी को उस घर तक जाने नहीं दिया जिसे सील कर दिया गया था.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि एमसीडी और पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आने वाले 2 दिनों में इस मकान की सील को फिर से खोल दिया जाएगा. तिवारी ने कहा कि 2 दिन का वक्त इसलिए लगेगा क्योंकि कानूनी कार्रवाई और कानूनी कागज पूरे करने में वक्त लगता है.
साथ ही मनोज तिवारी ने यह दावा किया कि एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर दीपक शिंदे को हटा दिया गया है और उनकी जगह आए नए डीसी ने 2 दिन का वक्त मांगा है.
बीजेपी सांसद ने एमसीडी और पुलिस टीम को चुनौती देते हुए कहा था कि यदि 2 दिन में मकान की सील नहीं खोली जाती तो वो फिर यहां आएंगे. बीजेपी सांसद ने एक बार फिर सीलिंग में पिक एंड चूज का मसला उठाते हुए कहा कि यमुना की धरती पर बने हुए ओखला के मकानों में सीलिंग क्यों नहीं की जाती?
सांसद तिवारी ने कहा कि मॉनिटरिंग कमेटी की टीम केवल गरीब लोगों के घर सील कर रही है. दम है तो ओखला में सीलिंग करके दिखाए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गैरकानूनी सीलिंग के खिलाफ उनकी लड़ाई शुरू हो गई है और वो ये अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते.
इससे पहले गोकुलपुर गांव में रविवार की सुबह बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने जबरन सीलिंग का ताला क्या तोड़ा पूरी दिल्ली में सियासी कोहराम मच गया. सोमवार को एमसीडी की टीम ने उस मकान को फिर से सील कर दिया, साथ ही बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया गया है.