नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे आंदोलन को पुलिस ने खत्म करने की अपील की है. दरअसल, 15 दिसंबर से शाहीन बाग में महिलाएं धरने पर बैठी हैं.
इस वजह से कालिंदी कुंज के पास रोड नंबर 13ए बंद है. इस वजह से आश्रम रूट पर हर रोज जाम की स्थिति पैदा हो रही है. दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से रोड से हटने की अपील की है. इससे दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली जाने-आने को सहूलियत होगी.
17 दिन से प्रदर्शन जारी
दूसरी ओर, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ शाहीन बाग में 17 दिन से महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. कड़कड़ाती ठंड और 2 डिग्री तापमान में भी महिलाएं अपने बच्चों को लेकर शाहीन बाग में धरने पर बैठी हुई हैं.
शाहीन बाग में 3 मार्च को होगा कैंडिल मार्च
महिलाओं का धरना दिन-रात चल रहा है और सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी हो रही है. शाहीग बाग के प्रदर्शन में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के अलावा जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र भी साथ दे रहे हैं.
इस बीच शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के समर्थन में छात्र 3 जनवरी को शाम 6 बजे कैंडिल मार्च निकालेंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेगी तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
शाहीन बाग में सोमवार देर रात 2 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी रातभर चले विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग जुटे रहे. जामिया में कई पूर्व नेता, छात्रनेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी छात्रों के समर्थन में शाहीन बाग पहुंचे.