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दिल्‍ली: दो महिलाओं की मौजूदगी में गैंगरेप

16 दिसंबर 2012 की उस मनहूस रात को दिल्ली में गैंगरेप की घटना के बाद जब पूरे देश में विरोध का बवंडर उठा तो लगा कि कम से कम दिल्ली में महिलाएं अब महफूज रहेंगी, सरकार ने भी कुछ ऐसा वादा और इरादा दिखाया था.

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16 दिसंबर 2012 की उस मनहूस रात को दिल्ली में गैंगरेप की घटना के बाद जब पूरे देश में विरोध का बवंडर उठा तो लगा कि कम से कम दिल्ली में महिलाएं अब महफूज रहेंगी, सरकार ने भी कुछ ऐसा वादा और इरादा दिखाया था. लेकिन उस घटना के बाद से राजधानी में महिलाओं के खिलाफ जुर्म और बढ़ गया है. ताजा मामले में चलती कार में दिनदहाड़े एक महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि उसे पहले अगवा किया गया और फिर बलात्कार.

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देश की राजधानी दिल्ली में करीब पौने 2 करोड़ की आबादी बसती है. शहर आधुनिकता की हर एक मिसाल पेश करता हुआ नजर आता है. लेकिन देश के दिल पर फिर से लगा है कलंक और अपयश का एक ऐसा दाग जिसने यहां की कानून व्यवस्था, प्रशासन और मानसिकता पर ही खड़े कर दिए हैं कई संगीन सवाल. ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली की सड़कों पर एक लड़की का फिर हुआ है सामूहिक बलात्कार और दहशत का दायरा इसलिए बड़ा है क्योंकि दिल दहलाने वाली इस करतूत को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया.

शर्मसार करने वाला ये मामला जुड़ा है 34 साल की एक लड़की के साथ जिसके मुताबिक 10 मार्च शिवरात्रि की सुबह करीब 9 बजे उसे दिल्ली के अक्षरधाम इलाके की एक सड़क से सरेआम एक गाड़ी में अगवा किया. अगवा करने के बाद गाड़ी को डेढ़ घंटे तक दिल्ली की सड़कों पर घुमाया जाता रहा और इस दौरान गाड़ी में मौजूद 4 शख्स उसकी इज्जत को तार-तार करते रहे. आखिरकार उसे दिल्ली के प्रगति मैदान इलाके में फेंककर सभी बलात्कारी वहां से फरार हो गए. महिला के मुताबिक बलात्कारियों ने उसके 2 मोबाइल फोन भी लूट लिए. घटना के बाद में महिला को राममनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि भी हो गई.

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पीड़ित महिला के आरोप बेहद सनसनीखेज हैं. गैंग रेप का आरोप लगाने वाली महिला का दावा है कि वो आरोपियों को पहचानती है और गाड़ी में 2 महिलाएं भी मौजूद थीं.

ये वारदात तमाचा है दिल्ली पुलिस, दिल्ली प्रशासन और उस सरकार पर जो दिल्ली को आधुनिक और वर्ल्ड क्लास सिटी होने का दावा और दंभ भरते हैं. घटना के बाद हैरानी होती है इस बात को लेकर भी कि करीब 90 मिनट तक दिल्ली की सड़कों पर किसी महिला की इज्जत तार-तार होती रही और सदैव मुस्तैद-चौकन्नी होने का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. हालांकि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और महिला के आरोपों की छानबीन शुरू हो चुकी है.

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