सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के चलते दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर बैन लगाने का जो निर्णय लिया था. सुप्रीम कोर्ट का फैसला जमीनी स्तर पर जनता तक पहुंच सका है. प्रदूषण के खिलाफ चल रही तमाम मुहिम के बावजूद दीपावली की रात दिल्ली में जमकर बम पटाखे चले जिसके चलते दीपावली के अगले दिन यानी कि आज सुबह धुंए की चादर ने दिल्ली शहर को ढक लिया.
दिवाली के दूसरे दिन सुबह दिल्ली ने आंखें खोली तो इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन ,नॉर्थ एवेन्यू ,साउथ एवेन्यू जैसी इमारते धुंए की चादर में गायब हो गई थी. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो बीती रात जब दिल्ली में जमकर बम पटाखे चले उस वक्त दिल्ली में हवा का फ्लो बहुत ना के बराबर था, ऐसे में प्रदूषण के ये कण दिल्ली की आबोहवा में ही जम गए.
दीपावली की रात या गोवर्धन पूजा की सुबह या दिन में बारिश हो तो प्रदूषण के ये कण जमीन में बैठ जाएंगे. मगर बारिश ना होने और हवा न चलने की सूरत में यह कण अभी 2 से 3 दिन इसी तरह से वातावरण में बने रहेंगे.
दिवाली के दिन दिल्ली में पीएम 2.5 का लेवल 233 और पीएम 10 का स्तर 272 था, मगर दिवाली के अगले दिन की सुबह यह दोनों ही लेवल बढ़ कर 500 के पार हो गए. यह दोनों कण दिल्ली की हवा में इतने खतरनाक स्तर पर घुल गए हैं कि इस स्थिति को अति खतरनाक स्थिति माना जाता है.
बता दें कि दिल्ली में कई जगह प्रदूषण का स्तर सामान्य से 24 गुना ज्यादा पाया गया.