देश की राजधानी में एक तरफ कोरोना (COVID-19) के मामलों में गिरावट दर्ज हो रही है, तो वहीं ब्रिटेन से आए नए कोरोना स्ट्रेन (UK) से निपटने के लिए दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में खास इंतज़ाम किए गए हैं. सोमवार को 'आजतक' संवाददाता ने LNJP अस्पताल का जायजा लिया है.
LNJP अस्पताल में UK से दिल्ली पहुंचे 49 संदिग्ध भर्ती
अस्पताल प्रशासन से 'आजतक' को मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल, LNJP अस्पताल में UK से दिल्ली पहुंचे 49 संदिग्ध यात्रियों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. अब तक सभी 49 संदिग्ध मरीजों का नए कोरोना स्ट्रेन (UK) जानने के लिए सैंपल लिया जा चुका है. इनमें से 8 संदिग्ध की रिपोर्ट आ चुकी है और चार यात्रियों में नए कोरोना स्ट्रेन (UK) का पता चला है, जबकि अन्य 4 यात्रियों की कोरोना स्ट्रेन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है. बाकी 41 संदिग्ध LNJP अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी कोरोना स्ट्रेन टेस्ट रिपोर्ट आने का इंतज़ार किया जा रहा है. UK से भारत लौटने वाले ये सभी यात्री कोरोना (COVID 19) पॉजिटिव पाए जाने के बाद संदिग्ध के तौर पर LNJP अस्पताल में भर्ती किए गए थे.
40 कमरों का एक खास वार्ड तैयार
नए कोरोना स्ट्रेन मरीजों के इलाज के लिए LNJP अस्पताल की बिल्डिंग में 40 कमरों का एक खास वार्ड तैयार किया गया है. स्पेशल वार्ड बिल्डिंग LNJP अस्पताल में कोरोना (COVID 19) मरीज़ों का इलाज कर रही मुख्य बिल्डिंग से बिल्कुल अलग और दूर स्थित है. नए कोरोना स्ट्रेन (UK) से संक्रमित मरीजों और संदिग्ध का इलाज करने के लिए LNJP अस्पताल में 24 घंटे में तीन शिफ्ट में मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है. हर शिफ्ट में 2 डॉक्टर, 1 कंसल्टेंट, 5 नर्स की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा स्पेशल वार्ड बिल्डिंग में 10 हॉउस कीपिंग स्टाफ के अलावा, 10 सुरक्षा गार्ड भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
मेडिकल स्टाफ के लिए वर्किंग प्रोटोकॉल भी खास
नए कोरोना स्ट्रेन के मरीजों और संदिग्ध का इलाज करने वाले मेडिकल स्टाफ के लिए वर्किंग प्रोटोकॉल भी खास है. संक्रमित इलाके में काम करने वाले मेडिकल स्टाफ को 14 दिन की ड्यूटी के बाद 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाता है. LNJP अस्पताल प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन के लिए मेडिकल स्टाफ के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. LNJP अस्पताल में नए कोरोना स्ट्रेन (UK) के मरीज़ों और संदिग्ध की स्पेशल वार्ड बिल्डिंग में निगरानी के लिए 30 सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है। सीसीटीवी कैमरों से 24 घण्टे मरीज़ों पर लाइव नज़र रखी जाती है.
LNJP अस्पताल प्रशासन के मुताबिक नए कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित ज्यादा7 मरीज़ और संदिग्ध बिना किसी ऑक्सीजन सपोर्ट के स्टेबल हालात में हैं. नए कोरोना स्ट्रेन मरीज़ों में कोई लक्षण भी नहीं हैं. LNJP अस्पताल में भर्ती नए कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित मरीज़ों में एक 7 साल की बच्ची, 2 मरीज 35 साल और एक मरीज़ की उम्र 47 साल है. इसके अलावा नए कोरोना स्ट्रेन(UK) के अन्य 41 संदिग्ध मरीज़ों की उम्र 25 से 60 साल के बीच बताई जा रही है.
अस्पताल में न्यू कोविड स्ट्रेन के कुल 49 संदिग्ध मरीज
'आजतक' से खास बातचीत में LNJP अस्पताल के डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि "हमारे अस्पताल में न्यू कोविड स्ट्रेन के कुल 49 संदिग्ध मरीज हैं, इनमें से कुछ सीधे एयरपोर्ट से आए हैं, कुछ क्लोज कॉन्टैक्ट हैं जो पिछले दो हफ्ते में उनके संपर्क में आए हैं. ये सभी मरीज बिल्कुल ठीक हैं. ज्यादातर मरीजों का ऑक्सीजन लेवल अभी ठीक है. यह एक माइल्ड स्ट्रेन है.
आगे डॉक्टर सुरेश कुमार ने नए कोरोना स्ट्रेन के बारे में बताते हुए कहा कि कोई भी नया संक्रमण आता है, तो उसमें समय के हिसाब से चवायरस की रचना में थोड़ा बदलाव होता है और वो स्वाभाविक है. यह कोई चिंता की बात नहीं है. इसका इलाज वही है, जो पहले से चल रहा है. इसके लिए हमें जेनेटिक सिक्वेंसिंग करनी पड़ती है. अभी हमारे यहां जितने संदिग्ध हैं, उनमें से 8 की रिपोर्ट आ गई है. 4 लोग न्यू स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं. न्यू स्ट्रेन वाले मरीजों में भी अभी कोई लक्षण नहीं है और उन्हें लगभग 12 दिन हो गए. वे बिल्कुल स्वस्थ हैं. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि इसे लेकर घबराएं नहीं, ये सभी मरीज भी ठीक हो रहे हैं.
नए कोरोना स्ट्रेन पर डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि इसके ज़ीनोम को देखें, तो यह बहुत बड़ा स्ट्रक्चर होता है. जब इसके आरएनए को अलग किया जाता है, इसकी सिक्वेंसिंग की जाती है, तो बदलाव दिखता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि वायरस नया है, वायरस वही है, जेनेटिक म्यूटेशन होता रहता है और इससे क्लीनिकल प्रोफ़ाइल में थोड़ा बदलाव होता है. यह जो स्ट्रेन है, यह कम प्रभावी है.