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दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की बड़ी कार्रवाई, भिवाड़ी से अलकायदा के 6 संदिग्ध गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भिवाड़ी से 6 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. दावा किया जा रहा है कि ये संदिग्ध दिल्ली सहित आसपास के कई इलाकों को दहलाने की साजिश रच रहे थे. फिलहाल पुलिस गिरफ्तारी के बाद इनसे पूछताछ कर रही है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली को दहलाने की साजिश को नाकाम किया है. गुरुवार को दिल्ली स्पेशल सेल ने भिवाड़ी के चोपानगी क्षेत्र में छापेमारी करते हुए 6 संदिग्ध गिरफ्तार किया है. इनके तार अल-कायदा आतंकी ग्रुप से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. छापेमारी के दौरान संदिग्धों ने स्पेशल टीम पर फायरिंग की. जिसके चलते कई घंटे तक चोपानगी के आसपास के जंगल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला. हालांकि, पूरे मामले में भिवाड़ी पुलिस चुप है. लेकिन सूत्रों की माने तो संदिग्ध अलग आतंकी संगठन बनाकर युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे थे.

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सूत्रों की मानें तो भिवाड़ी से गिरफ्तार संदिग्ध युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे. भिवाड़ी के अलावा उत्तर प्रदेश व झारखंड सहित कई जगहों पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक साथ दबिश देते हुए पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. अलवर में मामले की जानकारी मिलते ही जयपुर रेंज के आईजी भिवाड़ी पहुंचे और उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली. हालांकि अभी तक मामले को लेकर भिवाड़ी पुलिस की तरफ से कोई अधिकारी बयान जारी नहीं किया गया है.

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के भिवाड़ी में आतंकियों की ट्रेनिंग चल रही थी. भिवाड़ी से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे. इन लोगों के तार आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि अलग आतंकी संगठन बनाकर यह लोग पूरे देश में आतंकी गतिविधियों से जुड़े हुए थे. इस संगठन से जुड़े कुछ लोगों को झारखंड के रांची में भी स्पेशल टीम ने हिरासत में लिया है. बताया यह भी जा रहा है कि रांची के डॉक्टर इश्तियाक से आरोपियों के कनेक्शन जुड़े हैं.

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आईजी ने क्या कहा

जयपुर रेंज की आईजी अनिल टाक ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने भिवाड़ी में कार्रवाई के लिए मदद मांगी थी. भिवाड़ी पुलिस की तरफ से सभी तरह की मदद दिल्ली पुलिस को दी गई. हालांकि, इस बारे में उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

राजस्थान पुलिस के सामने हैं बड़े सवाल

जयपुर रेंज की आईजी ने कहा कि इस मामले को लेकर जनता के जहन में जो सवाल हैं, वही सवाल पुलिस के सामने भी है.  मामला जांच का विषय है. सवाल यह भी है कि आखिर ये लोग भिवाड़ी कैसे पहुंचे? ये किस घर में रहते थे और हथियार कहां से लाए.  राजस्थान में भिवाड़ी के अलावा और किन शहरों में इनका नेटवर्क फैला हुआ है? कौन-कौन लोग इनके संपर्क में है? इसके अलावा कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब राजस्थान पुलिस खुद कर रही है. 

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भिवाड़ी पुलिस को नहीं लगी भनक

भिवाड़ी में लंबे समय से आतंकी खेल चल रहा था. यहां युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी. लेकिन भिवाड़ी में राजस्थान पुलिस की एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी और खुलेआम आतंकी संगठन यहां अपना नेटवर्क चलाते थे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कार्रवाई के बाद राजस्थान पुलिस की कार्य प्रणाली पर अब सवाल उठने लगे हैं.

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हथियार हुए बरामद

इन लोगों के पास से पुलिस ने एके-47 जैसे पांच हथियार बरामद किए हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकी अरावली की पहाड़ियों के जंगलों में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे.

मेवात हमेशा से रहा है आतंकियों का गढ़

जिस जगह से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी की है, वो जगह हरियाणा और राजस्थान का बॉर्डर है व मेवात क्षेत्र में आता है. मेवात क्षेत्र हमेशा से ही आतंकियों की शरण स्थली रहा है. पहले भी स्पेशल सेल, एटीएस सहित अन्य एजेंटीयों द्वारा मेवात में बड़ी दबी देकर कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और यहां से कई बड़े नेटवर्क चलने का खुलासा किया जा चुका है.

अलवर में पहले भी रह चुके हैं आतंकी

पूर्व में उत्तर प्रदेश में हुए बम धमाकों के आरोपी अलवर शहर के सूर्य नगर स्थित कालोनी में रहे थे और यहां एक किराए के मकान में रहकर उन लोगों ने बम धमाके की योजना तैयार की थी. बम धमाके के बाद जांच पड़ताल के लिए देश की एजेंसियां अलवर पहुंची थी. जिसके बाद आतंकियों की गिरफ्तारी यहां के एक किराए के मकान से की गई थी. 

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