दिल्ली के ट्रेड फेयर में वैसे तो एक से बढ़कर एक खास आइटम मिल रहे हैं, लेकिन ट्रेड फेयर में इस बार विंटेज घड़ियों की धूम है. मेटल और वुड की बनी हैंडमेड घड़ियां सभी को बहुत भा रही है.
इनकी खासियत ये है कि मेटल में ब्रास और कॉपर की बनी इन घड़ियों में सारा काम हाथों से किया गया है. कुछ में केवल मेटल का इस्तेमाल किया गया है तो कुछ टिकवुड और ब्रास की बनी है. इसके अलावा कांच और रंग बिरंगे बीट्स की कारीगरी भी देखी जा सकती है. पिछले 17 साल से ये स्टाइल ट्रेड फेयर का हिस्सा रहा है और इनके ग्राहक भी हर बार बढ़ते जा रहे हैं.
द्वारका से ट्रेड फेयर पहुंची रीता आहूजा का कहना है "मैं ट्रेड फेयर में सालों से आ रही हूं और जब भी आई हूं यहां से कुछ न कुछ जरूर ले जाती हूं. ये यूनिक है, दूसरा पीस नहीं मिलेगा. थोड़ी एक्सपेंसिव है पर स्टाइलिश और क्लासी है. किसी भी वाल पर किसी भी रंग के साथ जाती है. इस बार तो मैंने गिफ्ट देने के लिए एक घड़ी कस्टमाइज कराई है". इसी तरह गुरुग्राम से विनीता को भी ये घड़ियां यहां खींच लाती है." विनीता कहती हैं कि कॉपर, ब्रास और वुड तीनों को इतनी खूबसूरती से जोड़ कर ये बनाई गई है कि मेरा मन कर रहा है मैं सब खरीद लूं. इनके लुक को देख कर मुझे ज्यादा खर्च करने में भी परहेज नहीं होता.
दुकान के मालिक फ़ैज़ का कहना है "हम सालों से अपना स्टॉल लगाते हैं. हमारा मकसद लोगो को विंटेज घड़ियों के प्रति जागरूक करना है. घड़ियां आपके घर में किसी भी दीवार पर लगी हो. वो आपका क्लास और स्टेटस डिफाइन करती हैं. दिल्ली एनसीआर में लोग इस बात को समझते हैं. " यहां 2000 से लेकर 25000 रुपये तक की घड़ियां हैं. इनकी डिजाइनिंग से लेकर हर काम इनहाउस ही होता है. इन सभी घड़ियों का दूसरा पीस नहीं मिलेगा. प्लास्टिक और फाइबर घड़ियों की बाज़ारों में भले ही भरमार हो पर आपके लिविंग रूम, बेडरूम या स्टडी की दीवार पर लगी ये विंटेज घड़ियां सालों साल लोगों को याद रहेंगी.