दिल्ली में बेलगाम बाइकर्स पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अनोखा तरीका अपनाया है, जिससे जेब भी ढ़ीली नहीं होगी, साथ ही चौराहे की सुंदरता में भी चार चांद लगेंगे. दरअसल ट्रैफिक पुलिस द्वारा अनोखे तौर पर कलर और कोन के सहारे से ना केवल धुआं और प्रदूषण कम हो रहा है, बल्कि चौराहे पहले से ज्यादा सुंदर और सुरक्षित हो चुके हैं.
दिल्ली गेट क्रासिंग पर अब ट्रैफिक का नजारा शहर के अलग-अलग चौराहों की तुलना में कुछ जुदा है. सुरक्षित इस मायने में कि ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेड और कोन लगाकर ट्रैफिक मूवमेंट को फिक्स कर दिया है, ताकि बाइकर स्टंट ना कर सकें. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि 'खाली पड़ी जगहों पर अलग-अलग रंगों से वेटिंग एरिया बना दिया गया है. वाहन चालक कहां पर रुकेंगे इसके लिए कई जगहों पर मार्किंग की गई है. ये एक महीने तक के लिए ट्रायल किया जा रहा है. एनालिसिस के बाद ये सभी बदलाव स्थायी किए जा सकते हैं.' दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट ने बतौर ट्रायल दिल्ली गेट चौराहे पर बदलाव किया है.
चालान से साल दर साल महकमा मालामाल
दिल्ली पुलिस के आंकड़े ये बताते हैं कि पिछले साल 2020 में कुल ट्रैफिक वायलेशन 1,38,02,973, जबकि 2019 में 1,05,80,249 था. 2019 की तुलना में कोर्ट का चालान भी बढ़ा है. 10,06,684 कोर्ट चालान 2019 में थे, जो बढ़कर साल 2020 में 37,50,263 हो गए. चालान से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की कमाई भी साल दर साल बढ़ रही है, जहां 2020 में 13,22,623 कंपाउंडिग चालान से 124.2 करोड़ रुपए की कमाई हुई, तो 2019 में 52,74,957 कंपाउंडिंग चालान से 94.1 करोड़ की कमाई हुई.