scorecardresearch
 

महिला को ईंट से मारने वाले कांस्टेबल की कोर्ट में पेशी आज

पुलिस बर्बरता का एक खौफनाक चेहरा दिखाते हुए दिल्ली पुलिस के एक हैड कांस्टेबल ने सोमवार को मध्य दिल्ली के पॉश इलाके में एक महिला पर ईंट से हमला किया. घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसके व्यापक विरोध को देखते हुए उसे सेवा से बर्खास्त करके गिरफ्तार कर लिया गया.

Advertisement
X
दिल्लीः महिला को पत्थर से मारने वाला कांस्टेबल बर्खास्त
दिल्लीः महिला को पत्थर से मारने वाला कांस्टेबल बर्खास्त

पुलिस बर्बरता का एक खौफनाक चेहरा दिखाते हुए दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने सोमवार को मध्य दिल्ली के पॉश इलाके में एक महिला पर ईंट से हमला किया. घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसके व्यापक विरोध को देखते हुए उसे सेवा से बर्खास्त करके गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी कांस्टेबल को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान भी दे सकते हैं.

Advertisement

गोल्फ लिंक इलाके में दो बच्चों के साथ एक महिला पर यातायात पुलिसकर्मी सतीश चंद्र के ईंट से हमला करने का वीडियो वायरल होने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया और उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया. बाद में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. महिला दुपहिया वाहन पर सवार थी. उसका आरोप है कि चंद्र ने उसपर यातायात नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया और 200 रुपये मांगे, जब उसने देने से इनकार किया तो वह गाली गलौच पर उतर आया और उसके दो छोटे बच्चों के सामने उसे ईंट से मारा.

वीडियो हुआ वायरल
वीडियो क्लिप में महिला एक ईंट उठाकर उसे पुलिसकर्मी की बाइक की तरफ फेंकती दिख रही है, जबकि कांस्टेबल एक दूसरी ईंट से उसपर हमला कर रहा है. मेडिकल जांच के बाद महिला ने कहा कि हमले में उसका दायां हाथ टूट गया है. यह वाकया सुबह 10:30 बजे का है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक दलों और महिला कार्यकर्ताओं ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसके चलते विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) मुक्तेश चंद्र ने शाम होते होते हमलावर पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त करने का ऐलान कर दिया.

Advertisement

'रसीद मांगी तो पत्थर मारा...'
महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने उसपर यातायात नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया और घूस के तौर पर 200 रुपये मांगे. महिला के मुताबिक उसने चालान मांगा तो पुलिसकर्मी गाली गलौच पर उतर आया. घटना का ब्योरा देते हुए महिला ने कहा कि वह अपनी बेटी के स्कूल में अभिभावक-शिक्षक बैठक से आ रही थी. महिला ने कहा, ‘पुलिसकर्मी ने मेरा पंजीकरण पत्र और लाइसेंस मांगा और रेड लाइट का उल्लंघन करने के लिए 200 रुपये की मांग की. मैंने रसीद जारी करने पर जोर दिया लेकिन पुलिसकर्मी ने इससे इनकार कर दिया.’

'मेरी मां को गंदी भाषा में गाली दी...'
पीड़िता की बेटी ने कहा, ‘अंकल 200 रुपये मांगते रहे जबकि मेरी मां ने रसीद जारी करने पर जोर दिया. जब मां ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो अंकल ने स्कूटी की चाभी ले ली और स्कूटी पर एक ईंट फेंकी. मेरी मां ने भी एक पत्थर उठाया और उनकी बाइक पर मारा. तब उन्होंने गंदी भाषा में मां को गाली दी और उनकी बांह मरोड़ी. उसके बाद उन्हें एक ईंट फेंककर मारी.’

'हम मामले की जांच करेंगे'
पीड़िता को पुलिस आरएमएल अस्पताल ले गई और उसके बाद उसने तुगलक रोड थाने में जांच अधिकारियों को अपना बयान दिया. तुगलक रोड थाने में बयान दर्ज करवाने के बाद महिला ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उन्हें इंसाफ दिलाने की अपील की. उनका कहना था कि पुलिसकर्मी को सख्त से सख्त सजा दी जाए. दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने घटना पर खेद जताया और कहा, ‘मेरे और दिल्ली पुलिस की तरफ से मैं खेद प्रकट करता हूं. मैंने कॉन्स्टेबल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है. हम मामले की जांच करेंगे.’ यातायात कर्मी को दिन में निलंबित करने के बाद शाम होते होते बर्खास्त कर दिया गया.

Advertisement

'सामने आया दिल्ली पुलिस का असली चेहरा'
पुलिस के साथ तल्ख रिश्ते रखने वाली दिल्ली सरकार ने घटना की कड़ी निंदा की दिल्ली के गृह मंत्री जैन ने कहा कि इस घटना ने दिल्ली पुलिस की मानसिकता का पर्दाफाश कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘इस हरकत ने दिल्ली पुलिस के बर्बर चेहरे को उजागर कर दिया है और राष्ट्रीय राजधानी में उसके पुलिसकर्मियों के बारे में बेहद गंभीर सवाल खड़े करता है.’ जैन ने कहा कि पुलिस को उसके खिलाफ किन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है उसे सार्वजनिक करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली पुलिस को अपने सभी कर्मियों का उचित बर्ताव सुनिश्चित करना चाहिए, खासतौर पर उनका जो सीधे जनता से निपटते हैं. पुलिस भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में विफल रही है लेकिन उन्हें कम से कम इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके कर्मी उद्दंड नहीं हों. उन्हें कलेक्शन एजेंट की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए.’

दिल्ली कांग्रेस ने भी घटना की निंदा की और पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख बरखा सिंह ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की और यातायात पुलिसकर्मी को कड़ी सजा देने की मांग की. पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जानी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता.

Advertisement

इनपुट भाषा से

Advertisement
Advertisement