दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर ऑपरेशन चक्रव्यूह शुरू किया है, जिसमें वो लोग पुलिस के शिकंजे में आए जो खुलेआम कानून और ट्रैफिक नियमों का उल्लघंन कर रहे हैं. जब ऐसे लोग पकड़े पकड़े गए तो उन्हे शार्मिंदगी का सामना भी करना पड़ा.
ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखने वाले कुछ लोग तो ऐसे भी मिले जिन्होंने दिल्ली ट्रैफिक पुलिसवालों को आंखें भी दिखाईं. इसे कहते हैं जनाब चोरी और सीनाजोरी. कोई बिना हेलमेट के पकड़ा गया तो कोई गलत साइड बाइक लेकर चलता हुआ मिला. किसी के पास लाइसेंस नहीं थी तो कोई ट्रिपलिंग में फंसा.
पुलिस ने सिखाया सड़क पर चलने का सलीका
ट्रैफिक नियमों को नजरअंदाज करने का आलम तो ये कि एसडीएम के ड्राईवर ने भी सीट बैल्ट नहीं पहन रखी थी. ट्रैफिक पुलिस ने एसडीएम के ड्राइवर का भी चालान कर दिया. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली की सड़कों पर कानून और नियमों का मजाक बनाने वाले लोगों को सीख देने के लिए ही इस मुहिम का इस्तेमाल किया है. जिसको नाम दिया गया है 'दी ग्रेट ट्रैफिक पुलिस रोप' पुलिस ने इस रस्से को शास्त्री पार्क रेड लाइट पर इस्तेमाल किया जिससे सड़क पर चलने का सलीका सीखाया जा सके और मुहिम कमान खुद स्पेशल कमिश्नर मुक्तेश चन्दर ने संभाली.
रस्से के जरिए ट्रैफिक कंट्रोल की कोशिश
स्पेशल सीपी ने बताया कि रस्से के जरिए ट्रैफिक को कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन रस्सा हटते ही जिसको जहां से जगह मिलती वो वहां से गाड़ी निकाल लेता है.'
बहुत से लोग पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में नियम तोड़ते पकड़े गए. करीब दो घंटे की इस मुहिम में पुलिस ने 1560 लोगों के चलान काट डाले और लगभग डेढ़ लाख रुपये से ऊपर की रकम के चालान कर डाले. लेकिन दो घंटे की इस महामुहिम के बाद भी शास्त्री पार्क चौराहे की तस्वीर जस की रही.