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दिल्ली में पेट्रोल की बजाय इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने पर हो होगी 22,000 रुपये सालाना बचत: परिवहन मंत्री

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि इलेक्ट्रिक टू व्हीलर पर स्विच करके, एक व्यक्ति पेट्रोल स्कूटर का उपयोग करने की तुलना में लगभग 22 हजार रुपये की वार्षिक बचत और पेट्रोल बाइक की तुलना में 20 हजार रुपये की वार्षिक बचत कर सकता है.

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दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है (फाइल फोटो)
दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इलेक्ट्रिक वाहन, पेट्रोल वाहनों के मुकाबले सस्ते
  • इलेक्ट्रिक वाहनों की ऑपरेटिंग कीमत आती है कम
  • दिल्ली सरकार दे रही है वित्तीय प्रोत्साहन
  • इलेक्ट्रिक वाहनों से पर्यावरण को पहुंचेगा फायदा

देश की राजधानी में 2 व्हीलर वाहन खरीदने पर विचार कर रहे हैं तो दिल्ली सरकार, पेट्रोल बाइक या पेट्रोल स्कूटर की बजाय इलेक्ट्रिक स्कूटर या बाइक खरीदने की सलाह दे रही है. केजरीवाल सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश ने ‘स्विच दिल्ली’ अभियान के तहत इलेक्ट्रिक बाइक और ई-स्कूटर सहित अन्य दोपहिया वाहनों की खरीद पर मिलने वाले फायदे गिनाए हैं.

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कैलाश गहलोत ने कहा कि "10 वर्षों की अवधि में एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के स्वामित्व की कुल लागत दिल्ली में पेट्रोल स्कूटर की कुल लागत का लगभग 50 प्रतिशत है और एक पेट्रोल बाइक का लगभग 54 प्रतिशत है. इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन पेट्रोल स्कूटर की तुलना में 2.05 रुपये प्रति किलोमीटर तक सस्ते पड़ते हैं और पेट्रोल बाइक की तुलना में 1.82 रुपए प्रति किलोमीटर सस्ते पड़ते हैं.''

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि 'इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क भी माफ किया जाएगा. परिवहन विभाग के मुताबिक दिल्ली में दो-तिहाई वाहन दुपहिया वाहन हैं. वहीं, सरकार ने ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि दिल्ली में पीएम 2.5 के उत्सर्जन का 28 प्रतिशत वाहन प्रदूषण से आता है और दो पहिया वाहन इस प्रदूषण का 7 प्रतिशत हिस्सा उत्सर्जित करते हैं.

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गहलोत ने आगे बताया कि दिल्ली की ईवी पॉलिसी दोपहिया वाहनों की खरीद पर विभिन्न वित्तीय और गैर-वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है. प्रति किलोवाट बैटरी क्षमता वाले वाहन खरीदने पर पंजीकृत मालिक को प्रति वाहन 5,000 रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा, इस तरह अधिकतम 30 हजार रुपये प्रति वाहन प्राप्त किए जा सकते हैं. उन वाहनों के लिए जो खरीद प्रोत्साहन के लिए पात्र हैं, उन्हें दिल्ली में पंजीकृत पुराने आईसीई दोपहिया वाहनों की स्क्रैपिंग और डी-रजिस्ट्रेशन के लिए 5000 रुपए तक का प्रोत्साहन भी मिलेगा.

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि इलेक्ट्रिक टू व्हीलर पर स्विच करके, एक व्यक्ति पेट्रोल स्कूटर और पेट्रोल बाइक की तुलना में क्रमशः करीब 1850 रुपए और 1650 रुपए की मासिक बचत कर सकता है, या पेट्रोल स्कूटर का उपयोग करने की तुलना में लगभग 22 हजार रुपए की वार्षिक बचत और पेट्रोल बाइक की तुलना में 20 हजार रुपए की बचत हो सकती है.

गहलोत ने आगे कहा कि एक औसत इलेक्ट्रिक टू व्हीलर एक औसत पेट्रोल दो पहिया वाहनों की तुलना में 1.98 टन कार्बन उत्सर्जन की अपने जीवनकाल में बचत करता है. इसे सीधे शब्दों में कहें हम इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ स्विच करके अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं और हमारी आने वाली पीढ़ियां इसके लिए एहसान मानेंगी.

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