दिल्ली के उमराव ज्वेलर्स में 25 करोड़ की चोरी के आरोपी लोकेश को लेकर अभी तक कई खुलासे हो चुके हैं. इसी कड़ी में उसकी हैरान कर देने वाली ट्रैवल हिस्ट्री आई है जो कि इस बात की तस्दीक करती है कि लोकेश बहुत ही शातिर है. दिल्ली में वारदात को अंजाम देने से पहले उसकी दो राज्यों की ट्रैवल हिस्ट्री मिली है. इसमें यूपी और एमपी शामिल है.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) राजेश देव ने बताया कि 9 सितंबर को लोकेश सुबह करीब 11 बजे जंगपुरा पहुंचा. वो 10 से 12 सितंबर तक चांदनी चौक में रहा. फिर 12 सितंबर को मथुरा-वृंदावन के लिए ट्रेन पकड़ी. फिर 15 सितंबर को दिल्ली वापस आ गया. इसके बाद 17 सितंबर तक वो दिल्ली में रहा. फिर कश्मीरी गेट से बस से मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुआ. 21 सितंबर को वो शाम 7:33 बजे दिल्ली के सराय काले खां पहुंचा और रात 9:18 बजे जंगपुरा आया.
लोकेश ने 25 सितंबर की रात सागर के लिए बस पकड़ी
इसके बाद 25 सितंबर की रात करीब 9 बजे उसने कश्मीरी गेट से मध्य प्रदेश के सागर के लिए बस पकड़ी. हैरानी वाली बात ये है कि ज्वेलरी शॉप में कई सीसीटीवी कैमरे थे. मगर, रविवार आधी रात के आसपास सभी क्षतिग्रस्त हो गए. शॉप के मालिक ने रविवार रात करीब 8 बजे शोरूम बंद कर दिया था. मंगलवार सुबह जब उसने शोरूम खोला तो उसके होश उड़ गए थे.
जीबी रोड से 1300 रुपये में खरीदी थी कटर मशीन
जांच में ये भी पता चला है कि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया था. इसके लिए उसने दिल्ली की जीबी रोड से 1300 रुपये की कटर मशीन खरीदी थी. साथ ही चांदनी चौक से 100 रुपये का हथौड़ा खरीदा था और पेंचकस और प्लास अपने घर से लाया था. घर से पेंचकस-प्लास लाना और कटर मशीन खरीदना इस बात की तस्दीक करता है कि लोकेश ने वारदात को अंजाम देने से पहले चोरी करने का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार किया था.
शनिवार (30 सितंबर) को लोकेश को कोर्ट ने बिलासपुर पुलिस को तीन दिन की रिमांड पर सौंपा है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की तरफ से बरामद जेवरात की कस्टडी और आरोपी की ट्रांजिट रिमांड के लिए भी एप्लिकेशन दी गई थी. फिलहाल आरोपी तीन दिन तक बिलासपुर पुलिस की कस्टडी में रहेगा.
चोरी से पहले दिल्ली के शोरूम में उसने 20 घंटे बिताए थे
बताते चलें कि उमराव ज्वेलर्स में हुई चोरी में शामिल आरोपी लोकेश उर्फ लोकेश्वर श्रीवास कबीरधाम का रहने वाला है. उस पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 380, 457 और 413 के तहत कार्रवाई की है. आरोपी को शनिवार शाम को बिलासपुर कोर्ट में पेश किया गया. यहां दिल्ली पुलिस और बिलासपुर पुलिस की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने बिलासपुर पुलिस को आरोपी की तीन की रिमांड दी है.
अभी तक की पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि लोकेश हर बार चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए नए लोगों को शामिल करता था. चोरी से पहले दिल्ली के शोरूम में उसने 20 घंटे बिताए थे.
डीसीपी साउथ-ईस्ट राजेश देव ने बताया कि हम लोग इन्वेस्टिगेशन कर रहे थे. इसी बीच 28 तारीख को इंफॉर्मेशन मिली कि दुर्ग पुलिस को चोरी के मामले में इंट्रोगेशन के दौरान किसी ने बताया कि इसने (लोकेश) अपने साथी से कहा था कि 'दिल्ली बड़ा काम करने जा रहे हैं'.