दिल्ली के प्रसिद्ध चांदनी चौक इलाके की दुर्दशा को लेकर हाईकोर्ट ने तल्ख़ टिप्पणी की है. कोर्ट ने कहा कि जिस चांदनी चौक को कभी दुनिया का सबसे बेहतरीन इलाका माना जाता था, वह हेरिटेज अपनी ही बदहाली पर रोने को मजबूर है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा, 'कभी दिल्ली का चांदनी चौक दुनिया के सबसे सुंदर इलाकों में एक था. चांदनी चौक ने एक लंब सफ़र तय किया है, लेकिन आज की हालात बेहद बिगड़े हुए हैं. आज हम लोगों ने चांदनी चौक का क्या हाल बना दिया है.'
हाईकोर्ट ने यह टिप्पणी साइकिल रिक्शा से जुडी एक याचिका की सुनवाई करते हुए की. दरअसल चांदनी चौक के व्यापार मंडल की तरफ से पेश वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि चांदनी चौक की सड़कों पर हमेशा जाम की स्थिति रहती है. साइकिल रिक्शा के अलावा सड़कों पर जुग़ाड़ से बनाए गए और बैटरी से चलने वाले कई ऐसे वाहन चलाए जा रहे हैं, जिनका न तो रजिस्ट्रेशन होता है और न ही वो मोटर व्हीकल एक्ट के दायरे में आते हैं. ट्रैफिक जाम के अलावा इन्हें सड़कों पर चलाने से जान का भी खतरा है.
हाईकोर्ट ने इसके अलावा चादनी चौक के हेरिटेज प्याऊ के लिए भी इजाज़त दे दी है. एमसीडी ने चांदनी चौक के डिमोलिशन ड्राइव के दौरान प्याऊ को तोड़ दिया था. हालांकि कोर्ट ने आज के आदेश में साफ़ किया कि गुरुद्वारे का प्याऊ वहां लगा ही रहेगा.