दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना की रफ्तार में आई कमी के बाद लॉकडाउन से रियायतों का ऐलान किया है. केजरीवाल ने ऐलान किया है कि दुकानें ऑड इवन फॉर्मूले के आधार पर खुलेंगी. सीएम ने रियायत का ऐलान तो कर दिया है लेकिन इसे लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के व्यापारियों में भ्रम की स्थिति बन गई है. भ्रम ऑड इवन फॉर्मूले को लेकर है.
दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने इसे लेकर कहा कि ऑड इवन फॉर्मूले पर बाजार खोलने का आदेश हुआ है. शायद यह जरूरी वस्तुओं की सूची पर भी लागू किया जाएगा. उन्होंने सवाल उठाया कि यह कैसे संभव हो पाएगा. राजेंद्र कपूर ने कहा कि मान लीजिए कि अगर किसी व्यापारी को कहीं से माल मंगवाना या कहीं भेजना है.
उन्होंने कहा कि जरूरी सेवाओं में आने वाला वह ट्रांसपोर्ट यदि ऑड इवन फॉर्मूले के मुताबिक उस दिन बंद हो जिससे व्यापारी को माल मंगवाना या भेजना है तो क्या होगा. राजेंद्र कपूर ने एक अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि अगर एक दुकानदार की बाजार में दो दुकानें हैं. एक दुकान ऑड और दूसरी इवन नंबर की हो. मालिक अलग-अलग दिन ये दुकानें खोलेगा तो कर्मचारी और मजदूरों की संख्या में तो कोई कमी नहीं हो सकेगी.
कपूर ने कहा कि दिल्ली में बाजार का स्वरूप ऐसा है कि एक जगह जहां प्रॉपर्टी का एक ही नंबर है और वहां मार्केट बन गई है तो क्या वह मार्केट प्रॉपर्टी के नंबर से बंद रहेगी या दुकान के नंबर से? उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाजार में दुकानों का स्वरूप इस तरह का नहीं है कि वह ऑड इवन फॉर्मूले के तहत जो लाभ होना चाहिए, उसे प्राप्त किया जा सके.