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दिल्ली हिंसा से जुड़ी अफवाहों पर एक्शन लेगी विधायकों की कमेटी, भेजें स्क्रीनशॉट

AAP विधायकों की पीस कमेटी के मुताबिक अफवाहों को रोकने और फर्जी संदेशों को पकड़ने के लिए प्राइवेट जांच एजेंसियों के साथ ही रिटायर पुलिस अधिकारियों की भी मदद ली जाएगी.

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सौरभ भारद्वाज ने कहा कि फेक मैसेज भेजने पर IPC के तहत 3 साल की सजा हो सकती है
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि फेक मैसेज भेजने पर IPC के तहत 3 साल की सजा हो सकती है

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  • AAP विधायकों की शांति सौहार्द समिति की बैठक में निर्णय
  • सूचना देने वाले को मिलेगी इनामी राशि, 3 को जारी होगा नंबर

दिल्ली में हिंसा की घटना के बीच असामाजिक तत्व अफवाहें भी फैलाने लगे हैं. शनिवार की शाम फैली अफवाहों को सत्ताधारी आदमी पार्टी के विधायकों की 'शांति सौहार्द समिति' ने गंभीरता से लिया है. सोमवार की दोपहर विधानसभा में हुई बैठक में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लेने का निर्णय लिया गया.

कमिटी के चेयरमैन सौरभ भारद्वाज ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कमेटी इस बारे में बड़े पैमाने पर प्रचार करेगी कि कोई भी व्यक्ति भड़काऊ संदेश को सोशल मीडिया पर शेयर करता है, तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि ऐसा करने वालों को 3 साल की सजा होगी. अगर किसी को भड़काऊ या अफवाह का मैसेज नजर आता है, तो स्क्रीनशॉट लेकर विधायकों की कमेटी को भेजें.

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बैठक में लिए गए निर्णयों के संबंध में जानकारी देते हुए AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि फेक मैसेज भेजने पर IPC के तहत 3 साल की सजा हो सकती है. इसकी जानकारी टीवी, अखबार और रेडियो के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे मैसेज का स्क्रीन शॉट लेकर भेजें, इसके लिए समिति 3 मार्च को हेल्पलाइन नंबर और मेल आईडी जारी करेगी. शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच करा कार्रवाई की जाएगी.

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आम आदमी पार्टी के विधायकों की पीस कमेटी के मुताबिक अफवाहों को रोकने और फर्जी संदेशों को पकड़ने के लिए प्राइवेट जांच एजेंसियों के साथ ही रिटायर पुलिस अधिकारियों की भी मदद ली जाएगी. सौरभ भारद्वाज ने साथ ही कहा कि फेक मैसेज या अफवाह फैलाने की जानकारी देने वालों को इनामी राशि भी दी जाएगी. कुछ विधायकों ने 10 हजार रुपये इनाम देने का सुझाव दिया है.

कैसे रुकेंगी अफवाहें, अधिकारियों से करेंगे बात भी

विधानसभा की पीस कमिटी में यह भी सुझाव आया कि व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर किस तरह से अफवाह और फर्जी संदेशों को रोका जा सकता है, इस विषय पर शीर्ष अधिकारियों से भी बात की जाएगी. उनसे इस संबंध में भी जानकारी ली जाएगी कि इसमें उनकी क्या भूमिका हो सकती है. सौरभ भारद्वाज की अध्यक्षता वाली इस कमेटी के दिलीप पांडेय, आतिशी, जरनैल सिंह, अब्दुल रहमान, बीएस जून, राघव चड्ढा, अजय कुमार और कुलदीप कुमार सदस्य हैं.

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