दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हिंसा को रोकने में पुलिस नाकाम साबित हुई. इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल को हिंसा रोकने की जिम्मेदारी दी गई. अजित डोभाल ने देर रात जाफराबाद, सीलमपुर समेत नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों का दौरा किया और अलग-अलग समुदाय के नेताओं से बातचीत की.
सरकार के सूत्रों के मुताबिक, एनएसए अजित डोभाल आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को हालात का ब्यौरा देंगे. एनएसए ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रीय राजधानी में अराजकता नहीं बर्दाश्त की जाएगी. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है.
Govt sources: The NSA has made it clear that lawlessness would not be allowed to remain in the national capital&adequate number of police forces and paramilitary forces have been deployed. The police have been given a free hand to bring the situation under control. #DelhiViolence https://t.co/1uSnmXrQNj
— ANI (@ANI) February 26, 2020
इस बीच दिल्ली में स्थिति को देखते हुए अर्ध सैनिक बलों की संख्या बढ़ाई गई है. दिल्ली में अब अर्ध सैनिक बलों की 45 कंपनियां तैनात की गई है. इसका मतलब है कि दिल्ली में 800 जवानों की और तैनाती की गई है. कल तक अर्द्ध सैनिक बलों की 37 कंपनियों की तैनात थी. दिल्ली की कानून व्यवस्था में दिल्ली पुलिस का अर्धसैनिक बलों के जवान सहयोग करेंगे. पूरे मामले पर गृह मंत्रालय की नजर है और स्थिति नियंत्रण में है.
Delhi: Special Commissioner of Police (Law & Order) SN Shrivastava and Special Commissioner of Police (Crime), Satish Golcha inspecting the Jafrabad area. SN Shrivastava was appointed as Special CP, yesterday. #DelhiViolence pic.twitter.com/xxHmyiKzyq
— ANI (@ANI) February 26, 2020
अब तक 20 की मौत, 200 घायल
इस बीच नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की हिंसा में मरनेवालों की संख्या 20 हो गई है, जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं. हिंसा पर काबू पाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. हिंसा के चलते दिल्ली से लगे बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. चार इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी गई है.