दिल्ली में हुई हिंसा के मामले से जुड़ी याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई. इस दौरान हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाया और कपिल मिश्रा का भड़काऊ भाषण देने वाला वीडियो देखा. सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने पूछा कि कपिल मिश्रा के साथ दिख रहा अफसर कौन है. कपिल मिश्रा के अलावा हाई कोर्ट ने अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का भी वीडियो देखा.
हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार के वकील तुषार मेहता से सभी वीडियो देखने के लिए कहा. हालांकि, हाई कोर्ट ने एफआईआर के सीधे आदेश नहीं दिए है, लेकिन कहा है कि तुषार मेहता पुलिस कमिश्नर को सलाह दें कि इस वीडियो को देखने के बाद पुलिस को क्या किया जाना चाहिए. अगली सुनवाई दोपहर 2.30 बजे होगी.
कल सुनवाई की मांग
हाई कोर्ट में केंद्र सरकार की तरफ से तुषार मेहता पेश हो रहे हैं. तुषार मेहता ने कहा कि इस याचिका में जिस तरह की प्रेयर की गई है, वो सुप्रीम कोर्ट पहले ही सुन रहा है. कल इस मामले को हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सुन सकते हैं. दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश राहुल मेहरा पेश हो रहे हैं.
बीजेपी नेताओं के खिलाफ FIR की मांग
दिल्ली हाई कोर्ट में बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई चल रही है. इस याचिका में कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा समेत कई बीजेपी नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल याचिका में मृतकों को मुआवजा देने और न्यायिक जांच की भी मांग की गई है. मंगलवार से दिल्ली हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस की बेंच छुट्टी पर है. इसके अलावा जस्टिस सस्तानी के भी आज छुट्टी पर होने के कारण जस्टिस एस. मुरलीधर अब इस मामले की सुनवाई करेंगे.
Sunil Kumar Gautam Medical Superintendent, Guru Teg Bahadur (GTB) Hospital: Out of all the people that were brought to the hospital 189 are injured and 20 are dead. #DelhiViolence pic.twitter.com/U8dlp4nrZV
— ANI (@ANI) February 26, 2020
सीबीएसई को निर्देश
दिल्ली हाई कोर्ट ने सीबीएसई से कहा कि उसे हिंसा प्रभावित नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में बोर्ड एग्जाम को लेकर स्थाई इंतजाम करने होंगे. हाई कोर्ट ने सीबीएसई से कहा कि एक-एक दिन एग्जाम टालने से छात्रों की दिक्कतें खत्म नहीं हो रही है, बल्कि उनकी टेंशन और बढ़ रही है, इसलिए बोर्ड जल्द से जल्द उनकी परीक्षाओं को लेकर कोई स्थाई समाधान खोजें.
Delhi High Court is hearing the plea seeking judicial inquiry, compensation for deceased and arrest of several political leaders for allegedly making hate speeches. #DelhiViolence pic.twitter.com/d4kaQ4PPvo
— ANI (@ANI) February 26, 2020
देर रात हुई सुनवाई
इससे पहले जस्टिस एस. मुरलीधर की बेंच ने कल रात को भी हिंसा में घायल हुए लोगों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल पहुंचाने के लिए दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए थे. उस याचिका पर भी आज 2:15 बजे सुनवाई होनी है, जिसमें दिल्ली पुलिस को स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल करनी है.
DK Gupta, Additional DCP: There were 4 bodies&20 injured victims at a hospital in Chand Bagh. We had to shift them to another hospital as per High Court orders. All the victims have been shifted to another hospital now, so that they can get proper medical treatment.#DelhiViolence https://t.co/nQo3E6bEPN pic.twitter.com/zPytroMYFX
— ANI (@ANI) February 26, 2020
अब तक 20 की मौत
इस बीच दिल्ली हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा 20 तक जा पहुंचा है. गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में सबसे ज्यादा घायल लाए गए हैं. कल रात से अबतक अकेले सात लोगों की जान गई है. हिंसा को लेकर अब जाकर सरकार जागी है. कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल हालात बताएंगे