दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संकट के बीच वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है. ये वीकेंड कर्फ्यू शुक्रवार रात 10 बजे शुरू होकर सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा. जिसमें नाइट कर्फ़्यू 16 से 19 अप्रैल तक लागू रहेगा. गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन नई पाबंदियों का ऐलान किया. वीकेंड लॉकडाउन का यह फैसला तब हुआ है जब दिल्ली में पिछले दिन ही 17 हजार से भी ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए थे.
वीकेंड कर्फ्यू के दौरान इन लोगों को नहीं चाहिए E-पास
वैध आई-कार्ड दिखाने पर स्वास्थ्य, आपदा नियंत्रण, पुलिस, सिविल डिफेंस, फायर सर्विस, जिला प्रशासन, अकाउंट, बिजली विभाग, पानी और साफ सफाई तथा हवाई रेल और बस से जुड़े सरकारी अधिकारी, दिल्ली सरकार के अधिकारी और ऑटोनॉमस बॉडीज व कॉरपोरेशन के सभी कर्मचारियों अधिकारियों को छूट रहेगी.
वहीं ज्यूडिशियल ऑफिसर्स और कोर्ट से जुड़े ऑफिशियल को भी इस वीकेंड कर्फ्यू में छूट मिलेगी. इसके अलावा सभी प्राइवेट मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, डायग्नोस्टिक सेंटर, क्लीनिक आदि से जुड़े लोगों के साथ साथ गर्भवती महिला और मरीजों के लिए भी छूट रहेगी.
इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के साथ साथ अन्य देशों के डिप्लोमेट ऑफिस से जुड़े लोगों को वैलिड आईकार्ड दिखाने पर इन पाबंदियों से छूट मिलेगी. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा जा रहे या वहां से आ रहे लोगों को वैध टिकट दिखाने पर छूट मिलेगी. वहीं अन्य राज्यों से आ रहे जरूरी और गैर जरूरी सामानों के आवागमन पर पाबंदी नहीं रहेगी. इनके लिए किसी तरह का ई-पास जरूरी नहीं होगा.
E-पास की सॉफ्ट या हार्ड कॉपी के साथ इन्हें मिलेगी छूट
- राशन, किराना, फल-सब्जी, दूध, मीट-मछली, पशुओं के खाने की दुकानें, दवा दुकानें
- बैंक, इंश्योरेंस ऑफिस, एटीएम
- इंटरनेट सर्विस, आईटी ब्रॉडकास्टिंग और केबल से जुड़े लोग
- खाने और दवा जैसी सभी जरूरी सामानों की ई-कॉमर्स डिलीवरी
- पेट्रोल पंप एलपीजी सीएनजी और इसके रिटेल आउटलेट
- पावर जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट
- कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस सर्विस
- प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस और सभी जरूरी सामानों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
- कोविड वैक्सीनेशन के लिये जाने वाले लोग
दरअसल, दिल्ली में सबसे पहला पीक पिछले साल नवंबर में आया था. लेकिन इस बार हर रिकॉर्ड टूट रहा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार 10 हज़ार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना की रफ्तार में दिल्ली ने अब मुंबई को भी पीछे छोड़ दिया है. दिल्ली में हाल ये है कि एक महीने में संक्रमण के मामले 32 गुना तक बढ़ गए, हर 100 टेस्ट में 13 लोग कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं.
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