दिल्ली महिला आयोग ने एक महिला की शिकायत पर सफदरजंग अस्पताल और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था मगर अस्तपताल ने उसको केवल एक बच्चा ही सौंपा है. दिल्ली महिला आयोग ने सफदरजंग अस्पताल एवं दिल्ली पुलिस से 48 घंटों के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा है, महिला की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट उसको जुड़वां बच्चे होने की पुष्टि करती है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने तुरंत FIR दर्ज करने की सिफारिश की है.
आयोग ने अस्पताल से महिला की शिकायत पर की गयी कार्यवाही तथा प्रसव के समय उपस्थित कर्मचारियों के सम्बन्ध में जानकारी मांगी है. आयोग ने इस तरह के अपराधों में सम्मिलित किसी भी संगठित आपराधिक
समूह की भागीदारी की जांच करने के लिए अस्पताल को पिछले एक साल में मिली ऐसी शिकायतों व उन पर की गयी कार्यवाही के बारे में जानकारी मांगी है. दिल्ली महिला आयोग में आज एक महिला की शिकायत मिली है
(संलग्न) जिसका प्रसव सफदरजंग अस्पताल में 22.12.2016 को हुआ था.
महिला ने आरोप लगाया कि उसको दो बच्चे पैदा हुए थे, मगर अस्पताल के द्वारा उसको केवल एक ही बच्चा दिया गया. उसकी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में साफ़ तौर पर लिखा हुआ था ‘दो जिन्दा भ्रूण’. इसके अलावा डॉक्टर के द्वारा दी गयी मेडिकल रसीद पर भी जुड़वां गर्भ के बारे में लिखा हुआ था.
शिकायकर्ता ने ये आरोप भी लगाया है कि जब उन्होंने डॉक्टर एवं नर्स से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने ये कहते हुए पल्ला झाड़ लिया की शायद दूसरा बच्चा कूड़े कचरे के ढेर में चला गया होगा. शिकायत के तत्व बहुत ही
गंभीर हैं. दिल्ली महिला आयोग ने इस घटना के बारे में तुरंत ही एक जांच बिठा दी है.
आयोग ने सफदरजंग अस्पताल को नोटिस भेज कर निम्नलिखित जानकारी मांगी है-
- महिला की शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा क्या कर्यवाही की गयी?
- प्रसव के समय उपस्थित डॉक्टरो, नर्सों, आया सहित सभी लोगों के नाम.
- शिकायतकर्ता की प्रसव रिपोर्ट सहित सभी मेडिकल रिपोर्टों की प्रतिलिपि.
- पिछले एक साल में अस्पताल को मिली इस प्रकार की सभी शिकायतों की प्रतिलिपि, एवं उन पर की गयी कार्यवाही.
इसके अतिरिक्त आयोग ने पुलिस को इस मामले में FIR करने की सिफारिश की है. तथा उनसे महिला के द्वारा 27.12.2016 को की गयी शिकायत पर की गयी कार्यवाही के बारे में जानकारी मांगी है. सफदरजंग अस्पताल
और पुलिस, दोनों से 48 घंटों के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा है.