स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने दिल्ली में बेहतर शिक्षा देने के अरविंद केजरीवाल सरकार के दावे को झूठ का पुलिंदा करार दिया. दरअसल केजरीवाल सरकार लगातार दिल्ली में बेहतर शिक्षा देने का दावा कर रही है, तो योगेंद्र ने दिल्ली सरकार के आंकड़े के आधार पर ही केजरीवाल के इन दावों पर सवाल उठाए. योगेंद्र यादव ने दिल्ली सरकार के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने इन 20 महीनों के दौरान प्रचार पर खुब पैसा बहाया, लेकिन शिक्षा व्ययस्था पर पिछली सरकारों से भी कम काम किया.
योगेंद्र यादव के दावे
3. दिल्ली के लोगों को 20 नए कॉलेज का वादा किया गया था, लेकिन आँकड़े बताते हैं कि साल 2015-16 के अंत तक एक कॉलेज कम हो गया है. 2014-15 में 85 कॉलेज थे, जो 2015-16 में 84 रह गए.
4. दिल्ली में 42,827 EWS कोटा सीट हैं, लेकिन उसमें से 24,372 EWS कोटा खाली है. यानी 57% योग्य छात्रों को इसका लाभ ही नहीं मिल रहा.
5. उच्च शिक्षा व कौशल गारंटी स्कीम दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा प्रोग्राम था. इस स्कीम के तहत 30 दिसंबर 2016 तक (यानी पिछले डेढ़ साल में) कुल 405 आवेदन आए, जिसमें 97 विद्यार्थियों को लोन दिया गया. इसमें दिल्ली सरकार ने सिर्फ़ 3 लोन दिए, जिसमें कुल 3.15 लाख रुपये ख़र्च हुआ. बाक़ी सारे लोन मोदी सरकार की ऐसी ही स्कीम के तहत दिया गया. हालांकि इस योजना के पहले साल में ही यानी 2015-16 में दिल्ली सरकार ने विज्ञापन पर 30 लाख रुपये खर्च कर दिए. यानि पूरी दिल्ली में कुल 3.15 लाख का लोन देने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने 30 लाख़ रुपये का इसके प्रचार पर ही खर्च कर दिया.
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा शिक्षा के मुद्दे पर बड़े-बड़े वादे और दावे करने वाली आम आदमी पार्टी दिल्ली के लोगों के लिए काम करने की बजाए बस काम का ढोल बजाती रहती है. आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे योगेंद्र ने पंजाब को बेहतर बनाने के अरविंद केजरीवाल के वादे पर भी निशाना साधा और कहा कि पंजाब के लोगों को भी दिल्ली आना चाहिए, ताकि हकीकत का पता चल सकें.