दिल्ली की मानव विकास रिपोर्ट शनिवार को जारी की गई. इसका नाम विकास रिपोर्ट है, लेकिन हकीकत यह है कि इसके हर पन्ने पर दिल्ली की दिक्कतें दर्ज है. कैसे क्राइम और खस्ताहाल सड़कों ने जीना मुहाल कर दिया है.
दिल्ली की मानव विकास रिपोर्ट में गिनाया गया है कि दिल्ली कहां पिछड़ रही है. हामिद अंसारी ने उन चुनौतियों का भी जिक्र किया जो दिल्ली के सामने हैं. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने शनिवार को ही विधानसभा में दावा किया था कि 15 साल में कांग्रेस ने दिल्ली की सूरत बदल दी, लेकिन मानव विकास रिपोर्ट ने सारी पोल खोल दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे बुजुर्ग महिलाएं कोई दिल्ली में महफूज नहीं है.
90 फीसदी लोग कहते हैं कि यहां क्राइम बढा है, दो तिहाई लोग कहते हैं कि सड़कें घटियां हैं, झुग्गियों में हालात बदतर हैं. यहां के 56 फीसदी बच्चे खुले में शौच करते हैं. झुग्गी इलाकों में पानी और शौचालय नहीं हैं. शिक्षा या नौकरी के मामले में महिलाओं से भेदभाव होता है. बेघरों की तादाद बढ रही है और रैनबसेरे बुरी हालत में है.
मानव संसाधान विकास रिपोर्ट जारी होने के मौके पर इन सब तल्ख सच्चाइयों से मुहं चुराकर मुख्यमंत्री दावे करने से खुद को रोक नहीं पाई, लेकिन रिपोर्ट में खुली पोल की बात हुई तो मामला टालकर आगे बढ़ गईं.