दिल्ली सरकार डेंगू के मरीज और बुखार से पीड़ित लोगों को इलाज देने के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर सच्चाई इसके उलट है. पूर्वी दिल्ली के डॉ हेडगेवार आरोग्य संसथान में फीवर क्लीनिक का 'आज तक' की टीम ने रियलिटी चेक किया और जो सच्चाई सामने आई, वो सरकारी दावों पर सवाल खड़े कर रही है.
फीवर क्लीनिक में जांच के इंतजाम नहीं
कैमरे में कैद सच को बयां करें, तो अस्पताल के आपातकालीन गेट के नजदीक फीवर क्लीनिक का छोटा सा कमरा बनाया गया है. इसमें एक डॉक्टर मरीज देख रहा है और दूसरा ब्लड टेस्ट या प्लेट्लेट्स के सैंपल जुटा रहा है. क्लीनिक के सामने अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोगों की संख्या बेहद ज्यादा है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि फीवर क्लीनिक में फीवर टेस्ट करने का इंतजाम ही नहीं है.
क्लीनिक पर मरीजों ने जताई नाराजगी
डॉ हेडगेवार आरोग्य संस्थान के फीवर क्लीनिक में सूरज अरोड़ा नाम के शख्स गीता कॉलोनी से अपना इलाज कराने आये थे, बुखार की वजह से चल भी नहीं पा रहे थे. एक कंधे से पत्नी तो दूसरे कंधे से मां ने संभाला हुआ था. सूरज का कहना है कि फीवर क्लीनिक में फीवर चेक नहीं किया जा रहा. डॉक्टर सिर्फ यहां से वहां घुमा रहे थे.
इसके अलावा फीवर क्लीनिक से बाहर निकले धीरज नाम के शख्स ने बताया कि पिछले दो दिन से उन्हें बुखार है, लेकिन फीवर क्लीनिक में मौजूद डॉक्टर ने कोई टेस्ट करने के लिए नहीं कहा, बल्कि एक दिन की दवाई खाने को कह दिया. चेकअप करना चाहिए था, लेकिन नहीं हुआ.
मरीजों के लिए करीब 34 बेड का इंतजाम
अस्पताल के अंदर से फीवर क्लीनिक का 'आज तक' की टीम ने जायजा भी लिया. फीवर क्लीनिक में मौजूद डॉक्टर का कहना है कि दिन भर में पांच सौ मामले बुखार के आ रहे हैं. हालांकि डॉक्टर ने टेस्ट ना करने के आरोप को नकारा है. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कुल पांच सकारात्मक मामले डेंगू के हेडगेवार अस्पताल में पाए गए हैं. डेंगू वार्ड में मरीजों के लिए करीब 34 बेड का इंतजाम किया गया है.
अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का सरकारी अस्पतालों में इंतजाम के सवाल पर कहना है कि चिकनगुनिया और डेंगू एक ही मच्छर से होता है. घर के आसपास पानी इकट्ठा होने ना दें. चिकनगुनिया के केस में जनता से कहना चाहूंगा कि अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है. घर पर आराम से इलाज हो सकता है. 355 जगहों पर डेंगू क्लीनिक हैं, जहां कोई भी जाकर टेस्ट करा सकता है.