दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामलों और इलाज के लिए अस्पताल में हो रही बेड्स किल्लत के चलते दिल्ली सरकार ने अहम आदेश दिया है. दिल्ली सरकार ने बताया है कि कोरोना के घटते मामलों के मद्देनजर सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में कोरोना के लिए आरक्षित बेड्स की संख्या को कम कर दिया गया है. इससे डेंगू के मरीजों के लिए ज्यादा बेड्स बढ़ सकेंगे. लोकनायक अस्पताल में कोरोना के लिए रिजर्व 700 बेड्स की संख्या 450 कर दी गई है. यानी 250 बेड्स डेंगू के इलाज के लिए बढ़ाए जा सकेंगे.
आरक्षित 600 बेड्स की संख्या 350 की गई
इसके अलावा, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कोरोना के लिए आरक्षित 600 बेड्स की संख्या 350 की गई. इसके बाद 250 बेड्स यहां पर भी डेंगू के इलाज के लिए बढ़ गए हैं. दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पताल या नर्सिंग होम जिनकी क्षमता 100 बेड्स या इससे ऊपर है, अपनी कुल बेड्स क्षमता के 30% के जगह केवल 10% बेड्स कोरोना के लिए आरक्षित रख सकते हैं.
सरकार का दावा है कि इससे प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू के इलाज के लिए बेड की उपलब्धता बढ़ेगी. बता दें कि दिल्ली में डेंगू का कहर बढ़ने लगा है. बीते दिनों दिल्ली में इस साल डेंगू की पहली मौत भी हुई थी. जानकारी के अनुसार, साल 2018 के बाद इस साल दिल्ली में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिले हैं. दिल्ली के आसपास क इलाकों में भी डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है.
एक हफ्ते में डेंगू के 243 मामले
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में डेंगू के 243 मामले सामने आए हैं. इसके चलते दिल्ली सरकार सतर्क हो गई है और अस्पतालों में ज्यादा बेड्स को सुनिश्चित कराने की कोशिश कर रही है. वहीं, दिल्ली में अब तक डेंगू की चपेट में आए मरीजों की तादाद 723 पहुंच गई है. दिल्ली में पिछले साल भी डेंगू से एक ही मौत हुई थी. पिछले महीने भी डेंगू के 217 मामले सामने आए थे.