राजधानी दिल्ली में जैसे-तेसे कोरोना संक्रमण के केस कम होने शुरू हुए ही थे कि अब डेंगू ने कहर बरपाना बरपाना शुरू कर दिया है. पिछले एक सप्ताह में (10 सितंबर तक) दिल्ली के अंदर डेंगू के 51 केस दर्ज किए गए हैं. इस साल एक हफ्ते में आए मामलों में ये सबसे ज्यादा हैं.
दिल्ली नगर निगम (MCD) के आंकड़ों के मुताबिक नए मामले जुड़ने के बाद अब दिल्ली में इस साल आए केस की संख्या 295 तक पहुंच गई है. दिल्ली में सिर्फ सितंबर महीने में ही डेंगू के 75 मामले आ गए हैं. हालांकि अभी सितंबर का आधा महीना बाकी है. इसलिए महीना खत्म होने पर आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता है. हालांकि, अब तक शहर में डेंगू से किसी की मौत दर्ज नहीं की गई है. डेंगू के अलावा इस साल अब तक मलेरिया के 63 और चिकनगुनिया के 14 केस आ चुके हैं.
डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षण इंफेक्शन के लगभग 4 या 6 दिन बाद दिखते हैं.
1.तेज बुखार
2. सिर दर्द
3. आंखों में दर्द
4. मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
5.थकान
6.जी मिचलाना
7.उल्टी होना
8.त्वचा पर लाल निशान
डेंगू का इलाज
डेंगू के लिए कोई खास दवा या सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है. इसमें कुछ घरेलू नुस्खे बड़े कारगर हो सकते हैं. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. अत्यधिक गंभीर मामलों में मरीज को इलेक्ट्रोलाइट सप्लीमेंट देने चाहिए. कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग और ब्लड ट्रांस्फ्यूजन के जरिए भी इलाज किया जाता है. आप खुद से एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का सेवन भूलकर भी ना करें.
डेंगू से बचाव
जितना हो सके मॉस्किटो रेपलेंट्स, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. घर के दरवाजे और खिड़कियों को शाम होने से पहले बदं कर दें. शरीर को पूरी तरह से कवर करने वाले कपड़े पहनें. सुनिश्चित करें कि आसपास पानी इकट्ठा ना हो. कूलर का पानी बदलते रहें. पानी को ढक कर रखें. बाहरी पक्षी या पालतू जानवरों के पानी को नियमित रूप से बदलते रहें.
डेंगू के मरीज डाइट का रखें ध्यान
डेंगू से पीड़ित मरीज को डाइट का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है. डेंगू के मरीज के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, इसलिए समय-समय पर मरीज को पानी, जूस, नारियल पानी या हो सके तो बकरी का दूध लेना चाहिए. बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है. हालांकि, कई एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि अगर आप चाहें तो पपीते का पत्ता भी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में काफी ज्यादा फायदेमंद है. वहीं खाने के नाम पर मरीजों को तला-भुना मसालेदार से बिल्कुल बचना चाहिए और हरे पत्तों की सब्जी या सूप का सेवन करना चाहिए.