डेंगू और चिकनगुनिया से देश की राजधानी दिल्ली दहशत में है. अस्पतालों में मरीजों की खचाखच भीड़ लगी रहती है, लेकिन दिल्ली के ज्यादातर अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया की पर्याप्त दवाएं नहीं हैं. ऐसे में मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
हालात का जायजा लेने 'आजतक' की टीम एलएनजेपी अस्पताल पहुंची. वहां मरीजों को सिर्फ बुखार की दवाएं दी जा रही थी, बाकी महंगी एंटीबायोटिक्स बाहर से खरीदने को कहा जा रहा था. एक-एक दवाई के लिए मरीजों के परिजन घंटों लाइन में खड़े रहते हैं. बाहर से दवा महंगी मिलने के कारण गरीब मरीजों को और परेशानी हो रही है.
एलएनजेपी अस्पताल के बाद हम आरएमएल पहुंचे, वहां भी लोगो को बुखार या डेंगू वार्ड से 5 दिन की दवाइयों के बदले एक दिन की दवाई देकर चलता कर दिया जा रहा था. बाकी 4 दिन की दवाईयां लोगों को बाहर से ही खरीदनी पड़ रही हैं.
राजधानी के हर बड़े अस्पतालों की यही हालात हैं. लोग दूर-दूर से अपना इलाज करवाने इन अस्पतालों में आते हैं, लेकिन यहां इन्हें न तो समय पर बिस्तर मिलता हैं और न ही मुफ़्त की दवाइयां. डेंगू और चिकनगुनिया से बढ़ती मौतों का सिलसिला लोगो में डर पैदा कर चुका है. लिहाजा बुखार की दहशत में लोग पैसों से लेकर प्रशासन की लापरवाहियों तक झेल रहे हैं.