राजधानी में डेंगू का खौफ लगातार बढ़ रहा है. मरीजों की संख्या 1700 के पार पहुंच चुकी है. सबसे ज्यादा मामले नॉर्थ एमसीडी से आ रहे हैं. यहां डेंगू पर काबू करने के लिए निगम ने कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाने का फैसला किया है. यहां 40 से 50 एमसीडी कर्मचारी हर रोज किसी एक कॉलोनी या इलाके में जाकर डेंगू की रोकथाम करेंगे.
डेंगू की रोकथाम के उपायों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को बैठक भी की. इसमें तीनों मेयर, एम्स के डायरेक्टर, दस सरकारी अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट के अलावा एमसीडी, एनडीएमसी और रेलवे के करीब 40 अधिकारी शामिल हुए.
चौंकाने वाली बात ये है कि इस बार डेंगू का कहर उन इलाकों में ज्यादा टूटा है जहां पीने के पानी की दिक्कत है और इसकी वजह ये बताई जा रही है कि इन इलाकों में लोग पीने का पानी जमा करके रखते हैं. इसी पानी में बड़ी संख्या में डेंगू के लार्वा पाए गए हैं. बैठक में डेंगू की रोकथाम के लिए तय किया गया कि दिल्ली सरकार एक हफ्ते के भीतर करीब 3 हजार 5 सौ ब्रीडिंग चेकर्स को घर-घर निगरानी के लिए भेजेगी. इसके अलावा मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स में खुले वाटरहेड टैंक को ढंका जाएगा. सभी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए 5 से 10 बेड उपलब्ध रखे जाएंगे.