आम आदमी पार्टी ने जैसे ही अलग-अलग राज्यों के लिए अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों की जिम्मेदारी तय की, केजरीवाल और उनकी टीम विपक्ष के निशाने पर आ गई. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि वो भी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और इस नाते अगर कुछ तय हुआ है, उन्हें कोई जिम्मेदारी दी जाती है तो वो उसे निभाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली से किसी सूरत में नाता नहीं टूटेगा.
सिसोदिया ने शुक्रवार को सफाई पेश करते हुए कहा कि गोवा, पंजाब और गुजरात में पार्टी की अपनी जरूरत है, लेकिन उनका पहला कमिटमेंट दिल्ली के साथ है. दिल्ली में उनके पास जितनी शक्तियां बची हैं, उसमें बेहतर करने की कोशिश करेंगे. सिसोदिया ने सीएम केजरीवाल के हवाले से कहा, 'दिल्ली में हाई कोर्ट के ऑर्डर के बाद जितने काम दिल्ली सरकार के हिस्से बचें हैं, उनको पूरा करने के लिए अगर चौबीस के बजाए अड़तालीस घंटे भी लगें, तो भी वो काम करेंगे.'
AAP ने मंत्रियों को बनाया राज्यों का प्रभारी
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने आने वाले चुनावों को देखते हुए केजरीवाल को पंजाब का प्रभारी बनाया है. साथ ही मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को गोवा की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि कपिल मिश्रा को गुजरात का प्रभार दिया गया है.
बीजेपी ने बयान जारी कर लगाए आरोप
बीजेपी ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि केजरीवाल और उनकी पूरी सरकार दिल्ली से बाहर अपना सियासी फायदा तलाश रही है. लेकिन जिस दिल्ली ने उन्हें चुनकर भेजा था, उस दिल्ली में काम करने के लिए कोई फिक्र नहीं है. इसी के बाद दिल्ली सरकार की सफाई सामने आई है.