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CJI के निर्देश के बावजूद दिल्ली HC की सुनवाई लिस्ट में जस्टिस यशवंत वर्मा का नाम, 'नोट कांड' की हो रही जांच

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने 'कैश एट होम' केस में दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है. इस कमेटी की अध्यक्षता पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्सिट शील नागू करेंगे. समिति में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के जस्सिट जी.एस. संधावालिया और कर्नाटक की जज अनु शिवरामन शामिल हैं.

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दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा.
दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा.

दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर कथित कैश कांड मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. सोमवार के लिए दिल्ली हाईकोर्ट की कॉजलिस्ट में जस्टिस यशवंत वर्मा को कोर्ट में मामलों की सुनवाई के लिए डिवीजन बेंच नंबर-3 के प्रमुख के रूप में  दिखाया गया है.

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ये इसलिए अहम है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना ने हाईकोर्ट को निर्देश दिया था कि वे जस्टिस यशवंत वर्मा को कोई भी न्यायिक कार्य न सौंपे. जब तक कोई फैसला नहीं आ जाता है तब तक उन्हें सुनवाई से दूर रखा जाए. हालांकि, सोमवार को पोस्ट किए गए मामलों की सूची की कॉजलिस्ट में उनका नाम अब भी शामिल है.

हालांकि, सूत्रों से पता चलता है कि सोमवार (24 मार्च) की कॉजलिस्ट 17 मार्च के रोस्टर के आधार पर तैयार की गई है, इसलिए जस्टिस वर्मा का नाम सूची में शामिल है. 

यह भी पढ़ें: दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के खिलाफ 'कैश एट होम' मामले की जांच करेगी 3 न्यायाधीशों की समिति

बता दें कि भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने 'कैश एट होम' केस में दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है. इस जांच कमेटी की अध्यक्षता पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्सिट शील नागू करेंगे. समिति में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्सिट जी.एस. संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरामन भी शामिल हैं.

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यह भी पढ़ें: अब जस्टिस वर्मा के आवास के बाहर मिले अधजले नोट... तुगलक रोड पर सुबह सफाई करने पहुंची थी NDMC की टीम

जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर एक फायरफाइटिंग ऑपरेशन के दौरान बड़ी मात्रा में कैश मिलने का दावा किया गया था. हालांकि सूत्रों के अनुसार, इस दौरान जस्टिस वर्मा शहर से बाहर थे. इस बीच, उनके घर के बाहर से जले नोटों के बंडल की तस्वीरें सामने आई थीं. मलबा भी जला पड़ा मिला है. इसमें जले नोट भी देखने को मिले हैं. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कैश कांड में अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक की थी.

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