आईएएस धर्मेंद्र कुमार को दिल्ली का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. वह एक सितंबर से अपना कार्यभार संभालेंगे. धर्मेंद्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं जो फिलहाल अरुणाचल प्रदेश में पोस्टेड हैं.
दरअसल, दिल्ली के मुख्य सचिव का कार्यभार संभालने के बाद धर्मेंद्र कुमार के सामने दिल्ली की चुनी हुई सरकार, नौकरशाही और उपराज्यपाल के बीच दूरियों को पाटने सबसे बड़ी चुनौती हो सकती है. अपने शांत व्यवहार के लिए जाने जाने वाले धर्मेंद्र को अपनी इसी छवि को बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा. वह आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले अपनी जिम्मेदारी को संभाल रहे हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो गई है. धर्मेंद्र कुमार के अनुभव में एनडीएमसी के अध्यक्ष और दिल्ली के पूर्व पर्यावरण सचिव के रूप में उनका कार्यकाल शामिल है जो उन्हें शहर की प्रशासनिक चुनौतियों में मूल्यवान दिशा देता है.
मुख्य सचिव के सामने होंगी कई चुनौती
वहीं, उनके सामने दिल्ली में सर्दियों में होने वाला खतरनाक प्रदूषण भी चुनौती होगा. उन्हें प्रदूषण नियंत्रण की प्रभावी नियम सुनिश्चित करने और उनकी तात्कालिक प्राथमिकताओं में से एक होगी. साथ ही उनके सामने दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य और चुनावी प्रक्रिया की जटिलताओं को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी.
नरेश कुमार की जगह लेंगे धर्मेंद्र कुमार
बता दें कि धर्मेंद्र कुमार नरेश कुमार की जगह लेंगे, जिन्हें 30 नवंबर, 2023 को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद दो एक्सटेंशन दिए गए थे. उन्हें पहला एक्सटेंशन छह महीने के लिए मिला था तो दूसरे एक्सटेंशन तीन महीने के लिए मिला था.
नरेश कुमार 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और एनडीएमसी के पूर्व प्रमुख को केंद्र सरकार और एलजी वीके सक्सेना का करीबी सहयोगी माना जाता था. उनके कार्यकाल में कई हाई-प्रोफाइल जांचें हुईं, जिनमें दिल्ली एक्साइज पॉलिसी और मुख्यमंत्री आवास के निर्माण में कथित अनियमितताएं शामिल थीं. उनके शासनकाल के दौरान अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों को जेल का सामना करना पड़ा, जिससे उनका कार्यकाल काफी विवादास्पद हो गया.
नरेश कुमार का कार्यकाल महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए याद किया जाएगा, जैसे सेवाओं पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और उसके बाद संसद में दिल्ली सेवा अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक पारित होना. मुख्य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के साथ लगातार टकराव से भरा रहा.