महंगाई का एक और डोज आपका इंतजार कर रहा है. एक एक्सपर्ट पैनल ने डीजल के दाम 5 रुपये प्रति लीटर और रसोई गैस के दाम 250 रुपये प्रति सिंलिंडर बढ़ाने की सिफारिश की है. सरकार के लिए यह चुनौती भरा कदम होगा क्योंकि न केवल पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं बल्कि लोकसभा के चुनाव भी अब आने वाले हैं.
अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने लिखा है कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम निर्धारित करने वाले किरीट पारिख एक्सपर्ट ग्रुप ने सिफारिश की है कि डीजल के दाम 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए जाएं. उसने यह भी सिफारिश की है कि रसोई गैस की कीमतों में 250 रुपये और मिट्टी तेल की कीमतों में 4 रुपये प्रति लीटर की भी बढ़ोतरी की जाए.
डीजल पर इस तेल कंपनियों को 11 रुपये प्रति लीटर का घाटा हो रहा है. इसे देखते हुए पारिख कमिटी ने सिफारिश की है कि सरकार 6 रुपये की सब्सिडी दे दे और शेष 5 रुपये ग्राहकों से वसूले. यह सब्सिडी भी सरकार बाद में धीरे-धीरे खत्म कर दे. इसके लिए वह एक साल तक हर महीने 50 पैसे की बढ़ोतरी करे.
उसने यह भी कहा है कि रसौई गैस में दी जाने वाली सब्सिडी को न केवल खत्म किया जाए बल्कि 9 सिलिंडरों की लिमिट को घटाकर 6 कर दिया जाए. उसका सुझाव है कि रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी को अगले तीन साल में खत्म कर दिया जाए.